केजीबी के पूर्व प्रमुख रह चुके रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटियों की सूचनाएं बेहद गोपनीय रखी गई थीं लेकिन अमेरिका-ब्रिटेन के बाद यूरोपीय यूनियन ने भी बैन की घोषणा कर दी।
ब्रुसेल्स। यूरोपीय संघ ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो वयस्क बेटियों सहित दो सौ से अधिक अन्य लोगों को नए प्रतिबंधों के तहत काली सूची में डाल दिया है। शुक्रवार की देर रात ब्लैकलिस्टेड लोगों की एक और लिस्ट जारी की गई। लिस्ट में 18 कंपनियां भी शामिल हैं। रूस से संबंधित इन सभी लोगों व कंपनियों को 27 देशों के यूरोपीय संघ में प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। प्रतिबंधों के बाद इनकी संपत्तियां जब्त होने के साथ साथ इनके यात्रा पर भी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।
अमेरिका व ब्रिटेन में पुतिन की बेटियों पर पहले की बैन
संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन ने पुतिन की दो बेटियों मारिया वोरोत्सोवा और कतेरीना (या एकातेरिना) तिखोनोवा को पहले ही मंजूरी दे दी थी, जिनका जन्म क्रमशः 1985 और 1986 में हुआ था। उनकी मां रूसी नेता की पूर्व पत्नी ल्यूडमिला हैं। पुतिन ने 2013 में तलाक लिया था। क्रेमलिन ने पुतिन की बेटियो के बारे में जानकारी बेहद गोपनीय रखी थी।
शुक्रवार को यूरोपीय संघ के जर्नल में भी प्रकाशित
यूरोपीय संघ के सदस्य देशों ने इस सप्ताह की शुरुआत में उनके शामिल होने पर पहले ही सहमति दे दी थी, लेकिन उनकी ब्लैकलिस्टिंग केवल शुक्रवार की देर रात यूरोपीय संघ के आधिकारिक जर्नल में प्रकाशन के साथ प्रभावी हुई। यह जर्नल 24 भाषाओं के प्रकाशित होता है। नई ब्लैकलिस्ट में पुतिन की संतानों सहित कुल 217 व्यक्तियों के नाम है। इसके अलावा रूस के सबसे बड़े सूचीबद्ध बैंक, सर्बैंक के प्रमुख हरमन ग्रीफ; कुलीन वर्ग ओलेग डेरिपस्का जो हथियार कारखानों का मालिक है; रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव आदि शामिल हैं।
दोनों बेटियां बड़े पदों पर...
यूरोपीय संघ ने कहा कि वोरोत्सोवा, नोमेंको की सह-मालिक हैं, जो स्वास्थ्य सेवा में रूस की सबसे बड़ी निजी निवेश परियोजना में शामिल कंपनी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी शादी रूस में जन्मे डच बिजनेसमैन से हुई है। पुतिन की दूसरी बेटी और वोरोत्सोवा की बहन तिखोनोवा वर्तमान में प्रमुख रूसी कंपनियों द्वारा वित्त पोषित इनोप्रैक्टिका विकास पहल की प्रमुख हैं। इसके निदेशक राष्ट्रपति पुतिन के करीबी हैं।
यूरोपीय संघ ने पुतिन की संपत्तियां पर पहले ही रोक लगाई
यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर यूरोपीय संघ ने पहले ही पुतिन की संपत्ति पर रोक लगा दी है। दरअसल, यूरोपीय संघ व पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाकर पुतिन पर अत्यधिक दबाव बनाना चाह रहे कि पुतिन यूक्रेन के प्रति आक्रामक रवैया बदले।
यह भी पढ़ें: