
बर्लिन। भारत यात्रा के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को लेकर दिए गए बयान के चलते जर्मनी के नौसेना प्रमुख को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। वाइस एडमिरल के-अचिम शॉनबैक (Kay-Achim Schonbach) ने क्रीमिया और व्लादिमीर पुतिन पर भारत यात्रा के दौरान विवादास्पद बयान दिए थे। इसके बाद से जर्मनी में बवाल मचा था। जर्मनी के रक्षा मंत्रालय ने नौसेना प्रमुख के बयान की निंदा की थी।
नई दिल्ली स्थित एक थिंक टैंक में बोलते हुए जर्मन नौसेना प्रमुख ने कहा था कि पुतिन शायद सम्मान के पात्र थे। उन्होंने यह भी कहा कि मास्को पर दबाव बनाने की कीव (यूक्रेन की राजधानी) की कोशिशों के बावजूद यूक्रेन कभी क्रीमिया को हासिल नहीं कर पाएगा। क्रीमिया प्रायद्वीप यूक्रेन के हाथ से चला गया है। यह कभी वापस नहीं आएगा। यूक्रेन में रूस की कार्रवाइयों को संबोधित करने की आवश्यकता है।
जर्मन रक्षा मंत्रालय ने की थी निंदा
शॉनबैक की विवादास्पद टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए जर्मन रक्षा मंत्रालय ने पहले बयानों की निंदा की थी। मंत्रालय ने कहा था कि सामग्री और शब्दों के चुनाव के संदर्भ में बयान किसी भी तरह से संघीय रक्षा मंत्रालय की स्थिति के अनुरूप नहीं हैं। इसके बाद शॉनबैक ने ट्विटर पर यह भी कहा कि उनके बयान एक गलती थी। उन्होंने स्थिति को गलत बताया।
यह विवाद ऐसे समय में आया है जब पश्चिम और यूक्रेन ने रूस पर यूक्रेन की सीमा के पास कथित तौर पर आक्रमण की तैयारी में सैनिकों को इकट्ठा करने का आरोप लगाया है। वहीं, रूस कह रहा है कि उसका यूक्रेन पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है। रूस ने इस बात पर जोर दिया है कि उसे अपने क्षेत्र में सेना को स्थानांतरित करने का अधिकार है।
चरम पर है रूस और यूक्रेन के बीच तनाव
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच इन दिनों तनाव चरम पर है। रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास एक लाख से अधिक सैनिकों को टैंक, तोप और रॉकेट लॉन्चर जैसे भारी हथियारों के साथ तैनात कर रखा है। इस बीच यूक्रेन भी तेजी से युद्ध की तैयारी कर रहा है। अमेरिका और ब्रिटेन ने यूक्रेन को एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल जैसे हथियारों की सप्लाई की है।
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