
India US Trade Agreement: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगाया है। उन्होंने पिछले दिनों H-1B Visa पर 1 लाख डॉलर (88 लाख रुपए से अधिक) शुल्क लगा दिया। एच 1बी वीजा धारक 70 फीसदी भारतीय हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 80वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में शामिल होने अमेरिका पहुंचे हैं। उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की। दोनों के बीच एच-1बी वीजा संबंधी चिंताओं और व्यापार मुद्दों पर चर्चा हुई।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत हो रही है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल वार्ता के लिए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए वाशिंगटन जा रहे हैं। जुलाई में व्यापार वार्ता के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात होने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाया था। बाद में भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद के चलते 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। इससे भारत और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया था। अब दोनों देशों ने अपनी आर्थिक साझेदारी में स्थिरता बहाल करने के उद्देश्य से बातचीत फिर से शुरू कर दी है।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप भारत पर अमेरिकी सामानों के लिए बाजार खोलने के लिए दबाव डाल रहे हैं। वह भारत को टैरिफ किंग कहते रहे हैं। भारत अमेरिकी आयात के लिए अपने कृषि और डेयरी सेक्टर को खोलने के लिए तैयार नहीं। भारत ने साफ कह दिया है कि नॉनवेज मिल्क प्रोडक्ट आयात नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि किसानों, पशु पालकों और मछुआरों के हितों से समझौता नहीं होगा।
जयशंकर और रुबियो की पिछली मुलाकात जुलाई में वाशिंगटन डीसी में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए हुई थी। उनकी यह मुलाकात उसी दिन हो रही है जिस दिन भारत और अमेरिका एक व्यापार समझौते पर जल्द से जल्द सहमति बनाने के लिए चर्चा करेंगे।
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केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को शहर में अमेरिकी पक्ष से मुलाकात करेगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "प्रतिनिधिमंडल की योजना पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर शीघ्र निष्कर्ष निकालने के उद्देश्य से चर्चा को आगे बढ़ाने की है।"
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