हमास ने कहा है कि वह बंधक बनाए गए सभी लोगों को छोड़ने के लिए तैयार है। इसके लिए इजरायल को सभी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा।
तेल अवीव। फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल के सामने बंधकों को छोड़ने की शर्त रखी है। हमास ने कहा है कि वह सभी बंधकों को छोड़ना चाहता है। इसके लिए इजरायल को सभी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा।
इजरायली सेना (IDF) के प्रवक्ता ने कहा है कि इस वक्त गाजा में करीब 230 लोग बंधक हैं। हमास नेता याह्या सिनवार ने कहा है कि हमास इजरायली जेलों में बंद सभी फिलिस्तीनी कैदियों के बदले गाजा पट्टी में सभी इजरायली बंधकों की तत्काल रिहाई के लिए तैयार है। हमास ने इससे पहले दावा किया था कि गाजा पर इजरायली हवाई हमले में 50 बंधकों की मौत हुई है। हालांकि इसके कोई सबूत नहीं दिए गए हैं।
नेतन्याहू बोले शुरू हो गया युद्ध का दूसरा स्टेज
इजरायली नेतृत्व ने शनिवार रात कहा कि हमारे सैनिक गाजा में प्रवेश कर चुके हैं। उन्हें हवा और समुद्र से सपोर्ट मिल रहा है। इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "कल रात, अतिरिक्त जमीनी बलों ने गाजा में प्रवेश किया। यह युद्ध के दूसरे चरण की शुरुआत का प्रतीक है। इसका लक्ष्य हमास की सैन्य और राजनीतिक क्षमताओं को नष्ट करना और हमारे अपहृत नागरिकों को वापस लाना है।"
यह भी पढ़ें- तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन पर भड़के इजरायली राजदूत, बोले- 'सांप तो सांप ही रहेगा'
प्रधानमंत्री ने कहा, "हम अभी रास्ते की शुरुआत में हैं। युद्ध कठिन और लंबा होगा। हम इसके लिए तैयार हैं। यह हमारी आजादी की दूसरी लड़ाई है। यह हमारा मिशन है। जीवन में हमारा उद्देश्य है और हम मिलकर जीत हासिल करेंगे।"
यह भी पढ़ें- वीडियो में देखें कैसे हवाई हमले में मारा गया हमास के एयर विंग का प्रमुख असेम अबू रकाबा
नेतन्याहू ने कहा कि न केवल "लोग और नेतृत्व हमारे सैनिकों के पीछे खड़े हैं," बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इजरायल का समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा, "हमारे साझेदार समझते हैं कि अगर इजरायल नहीं जीता, तो अगला निशाना वे होंगे। दुनिया भर में कई लोग अच्छी तरह से समझते हैं कि इजरायल न केवल अपना युद्ध लड़ रहा है, बल्कि पूरी मानवता के लिए युद्ध, बर्बरता के खिलाफ मानवता का युद्ध लड़ रहा है।"