सार

यूएन में इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन को लेकर कहा कि 'सांप तो सांप ही रहेगा'। उन्होंने कहा कि एर्दोगन यहूदी विरोधी बने रहेंगे।

न्यूयॉर्क। फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास और इजरायल के बीच लड़ाई (Israel Hamas War) चल रही है। इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन ने इजरायल को लेकर ऐसा बयान दिया, जिससे इजरायली राजदूत भड़क गए। उन्होंने कहा कि 'सांप तो सांप ही रहेगा'।

यूएन में इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान ने एर्दोगन को 'सांप' कहा और उन पर "यहूदी विरोधी बने रहने" का आरोप लगाया। एर्दोगन द्वारा इजरायल हमास संघर्ष को लेकर दिए गए बयान पर कमेंट करते हुए इजरायली राजदूत ने कहा, "एक सांप तो सांप ही बना रहेगा"।

तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने किया है हमास का समर्थन

दरअसल, तुर्की द्वारा खुलकर हमास का समर्थन किया जा रहा है। तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने इस्तांबुल में निकाली गई फिलिस्तीन समर्थक रैली को संबोधित किया। इजरायल-हमास जंग शुरू होने के बाद इस्तांबुल में निकाली गई यह सबसे बड़ी फिलिस्तीन समर्थक रैली थी।

एर्दोगन ने इजरायल को बताया युद्ध अपराधी

रैली में एर्दोगन ने इजरायल को 'वार क्रिमिनल' और 'कब्जा करने वाला' बताया। उन्होंने करीब एक घंटा भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने दोहराया कि हमास आतंकवादी संगठन नहीं है। उन्होंने इजरायल को 'बिना शर्त समर्थन' देने के लिए कुछ पश्चिमी देशों की आलोचना की।

एर्दोगन ने कहा, "हम पूरी दुनिया को कहेंगे कि इजरायल युद्ध अपराधी है। हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं। हम साफ करेंगे कि इजरायल एक युद्ध अपराधी है। इजरायल 22 दिन से खुलेआम युद्ध अपराध कर रहा है, लेकिन पश्चिमी देश इजरायल को युद्धविराम के लिए नहीं कह रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देना तो दूर की बात है।"

इजराइल ने तुर्की से राजनयिकों को वापस बुलाया

एर्दोगन ने हमास का समर्थन किया और उसके आतंकियों को "स्वतंत्रता सेनानी" बताया। उन्होंने इजरायल द्वारा गाजा पट्टी पर की जा रही बमबारी की आलोचना की। इसके चलते इजराइल ने तुर्की से अपने राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला किया है।

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इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने एक ट्वीट में कहा, "तुर्की से आ रहे गंभीर बयानों को देखते हुए, मैंने इजरायल और तुर्की के बीच संबंधों का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए वहां राजनयिक प्रतिनिधियों की वापसी का आदेश दिया है।"

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