Heartbreaking pictures: महाविनाश का सिंबल बनी ये तस्वीर, कैसा दर्द झेल रहा होगा बेटी खोने वाला पिता, कोई नहीं समझ सकता

Published : Feb 09, 2023, 08:35 AM ISTUpdated : Feb 09, 2023, 01:43 PM IST

तुर्किये और सीरिया में आए सदी के सबसे शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की संख्या 19000 के करीब हो गई है। इस दौरान बड़ी संख्या में मलबे में दबे लोगों को बचाया गया। 

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वर्ल्ड न्यूज. तुर्किये और सीरिया में आए सदी के सबसे शक्तिशाली भूकंप(powerful earthquakes struck Turkey and Syria)  में मरने वालों की संख्या हजारों में हो गई है। इस दौरान बड़ी संख्या में मलबे में दबे लोगों को बचाया गया। हालांकि क्षेत्र में जीरो से नीचे टेम्परेचर और बर्फीले तूफान के कारण रेस्क्यू टीम को कठिन दौर से गुजरना पड़ रहा है। 6 फरवरी को दोनों देशों में सुबह 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए थे।  भूकंप में अपनी बेटी की मौत के बाद मलबे में फंसे उसके शव के पास बैठा पिता।

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इटली के भूकंप विज्ञानी डॉ. कार्लो डोग्लियानी ने दावा किया है कि तुर्किये में सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप से यहां की जमीन 10 फीट यानी करीब 3 मीटर खिसक गई है।इससे पहले 2011 में जापान और 2022 में भारत के भी खिसकने की रिपोर्ट्स सामने आ चुकी है।
 

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विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने कहा कि तुर्की और सीरिया में बड़े पैमाने पर भूकंप से 23 मिलियन लोग प्रभावित हो सकते हैं और देशों से आपदा क्षेत्र में मदद करने का आग्रह किया है।

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तुर्किये-सीरिया समेत कई और देशों में सोमवार (6 फरवरी) को 7.8 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया था।  प्रभावित क्षेत्रों को 150 से ज्‍यादा आफ्टरशॉक्स झेलने पड़े थे।

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भूकंप प्रभावित तुर्किये और सीरिया के लिए दुनियाभर के 70 देशों ने मदद भेजने का ऐलान किया है। भारत में तुर्किये में हुई मौतों पर शोक व्यक्त करने के लिए दिल्ली में तुर्की के दूतावास में तुर्की का झंडा आधा झुकाया गया है।

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तुर्किये और सीरिया दोनों देशों में भूकंप से घायलों की संख्या 40 हजार के करीब हो गई है। इनकी मदद के लिए WHO और UN समेत दुनियाभर के 70 से भी ज्यादा देश आगे आए हैं।

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मलबे से निकला एक युवक ऐसे हंस पड़ा। उसे देखकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

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लगातार जारी रेस्क्यू के बीच जब कोई मलबे से जिंदा बाहर निकलता है, तो रेस्क्यू टीम यूं खुशी जाहिर करती है।

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वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने कहा है कि उसके पास सीरिया में एक हफ्ते के लिए लोगों को खिलाने के लिए पर्याप्त खाना है। हालांकि मदद की दरकार की गई है।

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भूकंप से अच्छे-भले शहर ऐसे खंडहर के ढेरों में बदल गए हैं। मलबे में कितने लोग और फंसे होंगे, कोई नहीं जानता।

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तुर्की के नूरदागी में NDRF(भारत) की टीमें सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। भूकंप से प्रभावित लोगों की सहायता करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा आपूर्ति और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ एनडीआरएफ की 3 टीमों को भारत से तुर्की भेजा गया है।

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इंटरनेशनल सेंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए रेत से कलाकृति बनाई। 

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