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तुर्किये भूकंप: मौत के मातम के बीच जिंदगी की तस्वीरें, गुजरते वक्त के साथ कम होती जा रही उम्मीदें
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यह तस्वीर तुर्किये के हटे की है। भूकंप से बिल्डिंग गिरने के 52 घंटे बाद बचाव कर्मियों ने 8 साल के यिजित काकमक को बचा लिया। उसके चाचा उसे गोद में लेकर बाहर आए।
बिल्डिंग गिरने के 60 घंटे बाद राहत और बचाव अभियान चला रहे जवानों ने 11 साल के अहमत फाइंडिक को जिंदा बचा लिया।
भूकंप के 42 घंटों के बाद 45 साल के इल्हान गन्स को बचावकर्मियों ने एक ढही हुई इमारत के मलबे से बचा लिया। उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया गया।
तुर्की के एल्बिस्तान में भूकंप के चलते गिरे घर से स्थानीय लोगों और बचाव कर्मियों ने दिव्यांग को बचाया।
तुर्किये के हटे में भूकंप के 60 घंटों के बाद एक ढही हुई इमारत के मलबे से बचावकर्मियों ने इस जिंदा व्यक्ति को निकाला और उसे अस्पताल पहुंचाया।
यह तस्वीर तुर्की के इस्केंडरन की है। बचावकर्मी ढही इमारत के मलबे से कान लगाकर सुनते हैं ताकि पता चल सके कि कोई अंदर फंसा हुआ है या नहीं।
मलबे के बीच यह लड़की अपने परिवार के लोगों की तलाश कर रही है। वह ढही हुई बिल्डिंग में खोजबीन कर रही कि कहीं से किसी अपने की आहट मिले।
भूकंप आने के 52 घंटे बाद बचावकर्मियों ने तुर्किये के हटे में काम रह रहे सीरियाई प्रवासी महमुत अवामी को एक ढही हुई इमारत से बचा लिया।
तुर्किये के इस्केंडरन के अस्पताल में भूकंप की चपेट में आकर घायल हुए लोगों को इलाज के लिए लाया गया है। मलबे से निकाले गए एक बच्चे का इलाज करते स्वास्थ्यकर्मी।
सोमवार तड़के तुर्किये के गाजियांटेप के पास 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद मंगलवार को दोपहर के ठीक बाद 7.5 तीव्रता का एक और झटका लगा। भूकंप ने तुर्किये और सीरिया में भयानक तबाही मची है।