ईरान समझौते पर एक दूसरे की बात से मुकरे इमरान-ट्रम्प

इमरान ने कहा ट्रम्प ने मुझे ईरान पर मध्यस्थता करने को कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा खान ने की पहल।

Asianet News Hindi | Published : Sep 25, 2019 6:36 AM IST


संयुक्त राष्ट्र (America). पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के साथ तनाव कम करने के लिए उनसे मध्यस्थता करने को कहा है। वहीं ट्रंप ने खान के बयान से ठीक उलट कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इसके लिए उनसे सम्पर्क किया था, लेकिन अभी कुछ भी तय नहीं है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र से इतर खान ने ट्रम्प और ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात की थी।
 
खान ने कहा-ट्रम्प ने की पहल
खान ने न्यूयॉर्क में पत्रकारों से कहा, "ट्रम्प ने मुझसे पूछा क्या हम तनाव कम कर सकते हैं या कोई अन्य समझौता कर सकते हैं। मैंने राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ बैठक के बाद कल तत्काल ईरान के राष्ट्रपति रूहानी से बात की। मैं अभी इस पर अधिक जानकारी नहीं दे सकता, सिवाय इसके कि हम मध्यस्थता की कोशिश कर रहे हैं।" साथ ही उन्होंने कहा कि इस महीने की शुरुआत में सऊदी अरब के वली अहद ने भी मुझसे ईरानी राष्ट्रपति से बात करने को कहा था।
इस बीच ट्रम्प ने पत्रकारों से ईरान पर कहा, "वे मध्यस्थता करना चाहते हैं। यह निश्चित तौर पर अच्छा सुझाव है, लेकिन अभी हम इस पर राजी नहीं हुए हैं।"
 
ट्रम्प ने ईमरान की बातों को नकारा
वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के मामले पर मध्यस्थ बनने की अटकलों पर ट्र्रम्प ने कहा, "वह भी हमसे बात कर रहे हैं और कई लोग हमसे इस बारे में बात कर रहे हैं।"
"ऐसे ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री खान भी हमसे बात कर रहे हैं। कई लोग बात कर रहे हैं, जर्मनी की चांसलर मर्केल ने भी अभी बात की और वह काफी हद तक इसमें शामिल हैं। बहुत से लोग हमें बातचीत करते देखना चाहते हैं।"
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने खान से मध्यस्थता करने के लिए कहा है इस पर ट्रंप ने कहा, "वह यह करना चाहेंगे और हमारे बेहद अच्छे रिश्ते हैं। ऐसा होने की संभावना है। लेकिन, मैंने ऐसा नहीं कहा, वास्तव में उन्होंने मुझसे पूछा था। उन्हें लगा कि मुलाकात करना अच्छा रहेगा, हम न्यूयॉर्क में है और यह करने के लिए अभी हमारे पास समय है हालांकि हमने पिछले दो दिन में कई द्विपक्षीय बैठकें की हैं।’’
 
[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया ]

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