वर्ल्ड डेस्क। OpenAI के पूर्व कर्मचारी और भारतीय-अमेरिकी तकनीकी विशेषज्ञ सुचिर बालाजी की मौत की जांच FBI से कराने की मांग उठी है। सुचिर ने OpenAI कंपनी की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। कहा था कि यह कॉपीराइट कानूनों का उल्लंघन कर रही है। वह नवंबर में सैन फ्रांसिस्को स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे।
रविवार को X पर एक पोस्ट में सुचिर की मां पूर्णिमा रामाराव ने कहा कि उन्होंने एक प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर को काम पर रखा और मौत के कारण का पता लगाने के लिए दूसरा पोस्टमॉर्टम कराया। प्राइवेट पोस्टमॉर्टम से पुलिस द्वारा बताए गए मौत के कारण की पुष्टि नहीं होती है। बाथरूम में संघर्ष के निशान थे। खून के धब्बों के आधार पर ऐसा लग रहा है कि किसी ने बाथरूम में उन्हें मारा है। यह एक निर्मम हत्या है। इसे अधिकारियों ने आत्महत्या घोषित किया है। FBI से इसकी जांच कराई जानी चाहिए।
पूर्णिमा रामाराव ने अपनी पोस्ट में एलन मस्क और भारतीय-अमेरिकी टेक उद्यमी विवेक रामास्वामी को टैग किया। रामास्वामी आने वाले डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन का हिस्सा बनने वाले हैं। पूर्णिमा के पोस्ट पर मस्क ने कमेंट किया है। उन्होंने कहा, "यह आत्महत्या जैसा नहीं लगता"। बता दें कि मस्क का ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा है।
सुचिर बालाजी ने आरोप लगाया था कि OpenAI के AI मॉडल को बिना प्राधिकरण के इंटरनेट से स्क्रैप की गई कॉपीराइट सामग्री पर ट्रेंड किया गया था। इस तरह का काम इंटरनेट इकोसिस्टम के लिए हानिकारक है। सुचिर ने OpenAI के लिए करीब 4 साल काम किया था। उन्होंने अक्टूबर 2023 में कंपनी छोड़ दी थी। उन्होंने OpenAI के प्रमुख उत्पाद ChatGPT के लिए डेटा संग्रह में योगदान दिया था।
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