सार

OpenAI के पूर्व रिसर्चर सुचिर बालाजी की सैन फ्रांसिस्को में मौत हो गई। मरने से पहले उन्होंने OpenAI पर कॉपीराइट उल्लंघन और इंटरनेट इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचाने के गंभीर आरोप लगाए थे। क्या ChatGPT का इससे कोई संबंध है?

Suchir Balaji Death: OpenAI के पूर्व रिसर्चर सुचिर बालाजी नवंबर के अंत में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। मरने से पहले उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।

सुचिर बालाजी ने OpenAI में 4 साल से ज्यादा समय तक काम किया था। वह OpenAI के जनरेटिव एआई उत्पादों की आधारशिला GPT-4 मॉडल के विकास में शामिल थे। मरने से पहले बालाजी ने अक्टूबर में न्यूयॉर्क टाइम्स को इंटरव्यू दिया था। उन्होंने OpenAI पर ChatGPT को ट्रेंड करने के लिए बिना अनुमति के कॉपीराइट सामग्री का उपयोग करने का आरोप लगाया था। कहा था कि इस तरह की तकनीकें इंटरनेट इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचा रही हैं।

OpenAI से इंटरनेट इकोसिस्टम को हो रहा नुकसान

बालाजी ने कहा था कि OpenAI के काम करने के तरीके से लोगों, व्यवसायों और इंटरनेट सेवाओं की व्यावसायिक व्यवहार्यता नष्ट हो रही है। ChatGPT मॉडल ऐसे विकल्प बना सकते हैं जो सीधे मूल डेटा स्रोतों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। इससे उचित उपयोग का तर्क कमजोर हो जाता है। यह इंटरनेट इकोसिस्टम के लिए ठीक मॉडल नहीं है।

OpenAI ने बिना अनुमति लिए कॉपी किया डेटा

बालाजी ने OpenAI पर कॉपीराइट किए गए डेटा की बिना अनुमति लिए कॉपी करने के साथ-साथ मूल डेटा जैसा वर्जन बनाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि OpenAI अपने सिस्टम को डेटा की एक सटीक कॉपी बनाने के लिए सिखा सकता है। उन्होंने कहा, "OpenAI के आउटपुट इनपुट की हूबहू नकल नहीं हैं, लेकिन वे मौलिक रूप से नए भी नहीं हैं। कभी-कभी आउटपुट इनपुट जैसा दिखता है।"

उन्होंने बताया कि बड़ा मुद्दा यह है कि जैसे-जैसे AI टेक्नोलॉजी मौजूदा इंटरनेट सेवाओं की जगह ले रही हैं, वे अक्सर गलत या पूरी तरह से मनगढ़ंत जानकारी उत्पन्न करती हैं। बता दें कि बालाजी के खुलासे OpenAI के खिलाफ कॉपीराइट उल्लंघन के लिए दायर कई मुकदमों का केंद्र थे।

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