ब्राजील के साओ पाउलो एयरपोर्ट पर भारत, नेपाल और वियतनाम के सैकड़ों प्रवासी शरण की आस में फंसे हुए हैं और गंभीर परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। उन्हें भोजन और पानी भी नहीं मिल रहा है। यह स्थिति ब्राजील की नई वीजा नीति के कारण उत्पन्न हुई है।
वर्ल्ड न्यूज। ब्राजील के ग्वारुलहोस में साओ पाउलो के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भारत, नेपाल और वियतनाम के सैकड़ों लोग शरण पाने के लिए इंतजार में खड़े हैं। ब्राजील में एंट्री मिलने के लिए काफी दिनों से खड़े प्रवासी एशियाई लोगों को यहां गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें न खाना मिल पा रहा है और न पानी। लोगों का भूख-प्ययास से बुरा हाल है। पब्लिक डिफेंडर के कार्यालय से मिले दस्तावेज के मुताबिक ये प्रवासी सप्ताह भर से एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। उनकी हालत गंभीर होती जा रही है। ब्राजील में वीजा देने के नई नीति के बीच ये हालात उत्पन्न हो गए हैं।
घाना के नागरिक ने तोड़ दिया दम
ब्राजील एयरपोर्ट पर फंसे प्रवासी एशियाई लोगों की स्थिति दयनीय हो गई है। हाल ही में घाना के एक 39 वर्ष के प्रवासी की मौत भी हो गई थी। इसके बाद से स्थिति और भी गंभीर हो गई है। मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पा रही है। घाना प्रवासी की मौत एयरपोर्ट पर ही हो गई थी या अस्पताल ले जाते वक्त इस बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है। इस समय कम से कम 666 अनियमित प्रवासी ग्वारुलहोस के हवाई अड्डे के प्रतिबंधित क्षेत्र में शरण का इंतजार कर रहे हैं। यहां प्रवासियों की आवाजाही पर रोक है।
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सर्दी में ठिठुर रहे, बिस्तर तक नहीं
बड़ी संख्या में ब्राजील से शरण की आस लगाए 600 से अधिक प्रवासी ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं। इनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। उनके पास सोने के बिस्तर तक नहीं हैं। मजबूरी में वह ठंड के बाद भी फर्श पर ही सो रहे हैं। इस कारण कई लोग बीमार भी हो गए हैं। यहां भोजन पानी न होने से भी लोग की हालत बिगड़ती जा रही है।
ब्राजील सरकार की नई वीजा पॉलिसी से दिक्कत
ब्राजील सरकार की नई वीजा पॉलिसी से दिक्कत खड़ी हो गई है। यहां आने वाले विदेशी यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने प्रवेश नियमों में बदलाव कर सख्त कर दिया है। अब बिना ब्राजीलियाई वीजा वाले विदेशी यात्री जो किसी दूसरे देश जा रहे हैं, उन्हें या तो सीधे अपने गंतव्य तक जाना होगा या अपने देश लौटना होगा।