
Ismail Haniyeh : हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या कर दी गई है। ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के अनुसार, हानिया राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने आया था। हमास ने बयान जारी कर कहा कि ईरान के तेहरान स्थित आवास में इस्माइल हानिया की इजराइली रेड में मौत हुई है। हालांकि, इजराइल की ओर से इस पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। बता दें कि इस्माइल हानिया आलीशान जिंदगी जीता था। उनके पास 5 स्टार होटल जैसा बंगला, 25 से ज्यादा लग्जरी गाड़ियां, प्राइवेट जेट सबकुछ था। वह काफी ज्यादा अमीर था।
इस्माइल हानिया कितना अमीर था
साल 2017 में मिस्र ने इस्माइल हानिया के गाजा पट्टी आने पर बैन लगा दिया था। तभी से वह तुर्की और कतर की राजधानी दोहा में रहता था। रिपोर्ट्स के अनुसार, हमास सरगना इस्माइल की कुल संपत्ति करीब 16,000 करोड़ रुपए है। दोहा में उसका एक पेंट हाउस है, जिसमें फाइव स्टार होटल जैसी लग्जरी सुविधाएं हैं। उसके पास 25 से ज्यादा लग्जरी गाड़ियां और खुद का एक प्राइवेट जेट भी था।
हमास चीफ कहां से करता था कमाई
इस्माइल हानिया भले ही गाजा पट्टी से बाहर रहता था लेकिन वहां की अर्थव्यवस्था पर उसकी मजबूत पकड़ थी। गाजा से मिस्र जाने वाली सुरंग से वह मोटी कमाई करता था। मिस्र से जो भी समान सुरंग के जरिए इंपोर्ट किया जाता, उस पर काफी ज्यादा टैक्स वसूला जाता है। इजराइली समाचार वेबसाइट की 2014 की एक रिपोर्ट के अनुसार, हानिया और हमास के दूसरे नेता सुरंगों से होने वाले व्यापार पर 20% टैक्स लगाते थे। एक आंकड़े के अनुसार, सुरंग और तस्करी के बाजार से हमास के 1,700 नेता-अधिकारी अरबपति बन गए।
यहां से भी होती थी हमास चीफ की कमाई
रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान और कतर जैसे देशों से भी हमास को काफी आर्थिक मदद मिलती थी। पिछले साल अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया था कि ईरान हर साल 100 मिलियन डॉलर यानी 837 करोड़ रुपए देकर हमास और फिलिस्तीनी समूहों की मदद करता है। हमास गुट को कई कंपनियों में निवेश से भी पैसा आता था। एक रिपोर्ट के अनुसार, हमास ने तुर्की से सऊदी अरब तक की कंपनियों में 500 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। उसका कंपनियों का एक सीक्रेट नेटवर्क ऑपरेट भी होता है।
इसे भी पढ़ें
हमास में गजब था इस्माइल हानिया का रुतबा, एक इशारे पर मच जाता कत्लेआम
हमास चीफ इस्माइल हानिया मारा गया, इजरायल ने ईरान में घुसकर बोला हमला
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।