1 दिन में 155 बार भूकंप से कांपा जापान, 7.6 थी सबसे तेज तीव्रता- 48 मौत

जापान में एक दिन में भूकंप (Japan Earthquakes) के 155 झटके आए हैं। सबसे तेज झटका 7.6 तीव्रता का था। इसके बाद समुद्र में 1.2 मीटर ऊंची लहरें उठीं। भूकंप के चलते 48 लोगों की मौत हुई है।

Vivek Kumar | Published : Jan 2, 2024 2:16 AM IST / Updated: Jan 02 2024, 01:44 PM IST

टोक्यो। जापान सोमवार को एक दिन में 155 भूकंप (Japan Earthquakes) आने से कांप गया। सबसे तेज झटके की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.6 थी। भूकंप के चलते 48 लोगों की मौत हुई है और बहुत से लोग घायल हो गए हैं। भूकंप के बाद सुनामी आने की चेतावनी जारी की गई थी, जिसे मंगलवार सुबह हटा लिया गया है।

जापान मेट्रोलॉजिकल ऑफिस (JMO) ने बताया है कि भूकंप के सबसे तेज झटके की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.6 थी। इसके बाद 6 से अधिक तीव्रता के कई झटके आए। बाद में झटकों की तीव्रता कम होती गई। अधिकतर झटके तीन से अधिक तीव्रता वाले थे।

एक मीटर से ऊंची सुनामी की लहरें उठीं

जापान के अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के चलते आठ लोगों की मौत हुई है। भूकंप के चलते एक मीटर से ऊंची सुनामी की लहरें उठीं। इसके चलते कई घरों को नुकसान हुआ। कई जगह आग भी लग गई। भूकंप और सुनामी से पूरे जापान में भीषण तबाही हुई है। जापान में इन दिनों जमा देने वाली ठंड पड़ रही है।

भूकंप के चलते बहुत से इलाकों में बिजली चली गई है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। न्यूज फुटेज में गिरी हुई इमारतें, बंदरगाह पर नष्ट हुईं नावें, जले हुए घर दिखाए गए हैं। भूकंप के चलते वाजिमा बंदरगाह के पास समुद्र में 1.2 मीटर ऊंची लहरें उठीं। इन लहरों के टकराने से बंदरगाह को नुकसान हुआ है। अन्य जगहों पर छोटी सुनामी आने की सूचना मिली है। बहुत बड़ी लहरों की चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

पीएम फुमियो किशिदा ने दिए राहत अभियान चलाने के निर्देश

भूकंप के चलते सुजू में अधिक तबाही हुई है। क्षेत्र में लगभग 32,700 घर मंगलवार को बिजली के बिना हैं। हजारों लोगों को घर खाली करने का आदेश दिया गया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि लगभग 1,000 लोग एक सैन्य अड्डे पर रह रहे हैं।

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प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने आपदा प्रतिक्रिया बैठक के बाद सोमवार देर रात कहा, "मैंने आपातकालीन कार्यकर्ताओं को जितनी जल्दी हो सके क्षेत्र में पहुंचने का निर्देश दिया है। अभी बहुत ठंड है। मैंने विमानों या जहाजों का उपयोग करके पानी, भोजन, कंबल, हीटिंग तेल, गैसोलीन, ईंधन तेल जैसी आवश्यक आपूर्ति पहुंचाने का निर्देश दिया है।"

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