आतंकवादियों ने सैन्य अड्डा उड़ाया, कम से कम 27 मौत, सेना ने किया Al Qaeda और IS के 70 आतंकियों का encounter

Published : Mar 05, 2022, 06:52 AM IST
आतंकवादियों ने सैन्य अड्डा उड़ाया, कम से कम 27 मौत, सेना ने किया Al Qaeda और IS के 70 आतंकियों का encounter

सार

सेना ने इस हमले के बाद जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। इस हमले में कौन आतंकी ग्रुप शामिल रहा इसका पता नहीं चल सका है। हालांकि, जवाबी कार्रवाई में सेना ने 70 आतंकवादियों को ढेर कर दिया है।

बमाको। मध्य माली (Central Mali)  में शुक्रवार को आतंकवादियों ने बड़े हमले को अंजाम दिया। आतंकियों ने सैन्य अड्डे (Army base) को उड़ाने की कोशिश की। इस आतंकी हमले में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई जबकि 33 के आसपास घायल हो गए। एक सरकारी बयान के अनुसार, मोंडोरो (Mondoro) के ग्रामीण कम्यून में हुए हमले के बाद से सात सैनिक अभी भी लापता हैं। हमला के लिए कार बम का इस्तेमाल किया गया था।

सेना की जवाबी कार्रवाई में 70 आतंकी ढेर

माली सेना (Mali Army) ने इस हमले के बाद जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। इस हमले में कौन आतंकी ग्रुप शामिल रहा इसका पता नहीं चल सका है। हालांकि, जवाबी कार्रवाई में सेना ने 70 आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। सेना ने यह कार्रवाई किसी आतंकी ग्रुप को निशाना बनाकर करने की बजाय एक समान रूप से की है। सेंट्रल माली में आतंकी संगठन अलकायदा (Al Qaeda) और इस्लामिक स्टेट (Islamic State) दोनों काफी सक्रिय हैं। 

यह भी पढ़ें: महिला के प्राइवेट पार्ट में मिले 88 पैकेट ड्रग्स, 11 दिन लग गए निकालने में, डॉक्टर जब निकालने लगा तो रह गया हैरान

माली के उत्तरी रेगिस्तान क्षेत्र पर आंतकवादियों का कब्जा

2012 में अल कायदा (Al Qaeda) से जुड़े उग्रवादियों ने उत्तरी रेगिस्तान पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद से ही माली को इस्लामिक विद्रोहियों के आतंक का सामना करना पड़ रहा है। इस विद्रोह को दबाने के लिए फ्रांस ने माली की मदद करते हुए विद्रोहियों को वापस खदेड़ दिया था। हालांकि, उग्रवादी फिर से संगठित होते गए। उसी समय से अपनी गतिविधियां बढ़ाने लगे और नाइजर, बुर्किना फासो और अन्य पड़ोसी देशों में विस्तार कर किया। इस विस्तान के साथ ही मालियन ग्रामीण इलाकों के विशाल क्षेत्रों को अपने कब्जे में ले लिया।

2013 से फ्रांस की सेना लेकिन अगले महीने हटेंगे

फ्रांस (France) ने 2013 से पूरे क्षेत्र में हजारों सैनिकों को बनाए रखा है, लेकिन पिछले महीने घोषणा की कि वह माली से अपनी सेना वापस ले लेगा क्योंकि सत्ताधारी सैन्य जुंटा (Junta) के साथ संबंधों में खटास आ गई थी।

यह भी पढ़ें:

यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पॉवर प्लांट पर रूस का हमला, पूरा संयंत्र आग के हवाले

रूस में Facebook पर बैन, मीडिया आउटलेट्स के साथ भेदभाव का लगाया आरोप, चेतावनी के बाद किया प्रतिबंधित

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

US कांग्रेस में मोदी-पुतिन कार सेल्फी ने क्यों मचाया तहलका? भारत-US रिश्तों पर सांसद ने दी चेतावनी
अमेरिकी नागरिकता अब 9 करोड़ में? ट्रम्प गोल्ड कार्ड लॉन्च, जानिए कैसे मिलेगी US Citizenship