तेरे जैसा यार कहां: इंडोनेशिया को बड़े कंटेनरों की जरूरत थी, भारत से मांगी HELP, तो लेकर पहुंचा INS ऐरावत

Published : Aug 24, 2021, 03:39 PM ISTUpdated : Aug 24, 2021, 03:42 PM IST
तेरे जैसा यार कहां: इंडोनेशिया को बड़े कंटेनरों की जरूरत थी, भारत से मांगी HELP, तो लेकर पहुंचा INS ऐरावत

सार

Corona की तीसरी लहर(third wave) को देखते हुए सभी देश अलर्ट हैं। इसी बीच इंडोनेशिया को बड़े कंटेनरों की जरूरत थी। उसने भारत से मदद मांगी। भारत ने दोस्ती निभाई।

नई दिल्ली. भारतीय नौसेना(Indian Navy) का लैंडिंग शिप टैंक (बड़ा) INS ऐरावत 24 अगस्त को इंडोनेशिया के जकार्ता में तंजुंग प्रियक पोर्ट पर 10 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) कंटेनर देने के लिए पहुंचा। इंडोनेशिया सरकार द्वारा कंटेनरों की आवश्यकता जताई गई थी, जिसके बाद यह डिलिवरी की गई है।

भारत का मिशन सागर
इंडोनेशिया में जहाज से चिकित्सा का सामान उतरने का काम पूरा होने पर (चल रहे मिशन सागर के हिस्से के रूप में) INS ऐरावत इस क्षेत्र के अन्य मित्र देशों को चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करना जारी रखेगा।

यह भी पढ़ें-SARS-Cov-2 और टीबी के संबंधों पर रिसर्च: भारतीय वैज्ञानिक ब्रिक्स समूह से मिलकर देंगे कोरोना को मात

आईएनएस ऐरावत को जल और स्थल पर संचालन करने के लिए प्राथमिक भूमिका के साथ एचएडीआर मिशन करने के लिए भी बनाया गया है। आईएनएस ऐरावत पूर्व में हिंद महासागर में विभिन्न राहत प्रयासों का हिस्सा रहा है। इससे पहले इसी जहाज ने चिकित्सा सहायता को ट्रांस-शिप किया था और 24 जुलाई को इंडोनेशिया को 05 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) कंटेनर (100 मीट्रिक टन) और 300 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर सौंपे थे।

यह भी पढ़ें-भारत और फिलीपींस की Navy ने फिलीपीन सागर में मिलकर किया युद्धाभ्यास, हर संकट से निपटने की तैयारी

संकट में मित्र देशों के साथ है भारत
भारत और इंडोनेशिया एक मजबूत सांस्कृतिक विरासत से बंधे हुए हैं और दोनों देश के बीच बेहतरीन साझेदारी हैं। दोनों देश एक सुरक्षित भारत-प्रशांत क्षेत्र की दिशा में समुद्री क्षेत्र में एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। दोनों देशों की नौसेनाएं नियमित रूप से द्विपक्षीय अभ्यास और समन्वित पहरेदारी भी करती हैं।

यह भी पढ़ें-Good News: देश में वैक्सीनेशन 58.89 करोड़ डोज के पार; रिकवरी रेट 97.68% तक पहुंची


इंडोनेशिया की पहले भी मदद करता रहा है भारत
जब कोरोना की दूसरी लहर पीक पर थी, तब दुनिया के तमाम देश एक-दूसरे की मदद को आगे आए थे। भारत को मदद मिली थी, तो भारत ने भी कई देशों की मदद की थी। भारत ने इंडोनेशिया को तब 3400 ऑक्सीजन सिलेंडर और कसंट्रेटर दिए थे। इंडोनेशिया में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी थी, जिसे भारत ने पूरा किया।

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

न्यूयॉर्क फायर ट्रेजेडी: भारतीय छात्रा की नींद में मौत, पड़ोसी बिल्डिंग से कैसे कमरे तक पहुंची आग?
अलास्का-कनाडा बॉर्डर पर 7.0 मैग्नीट्यूड का भूकंप, 20+आफ्टरशॉक्स का अलर्ट-क्या और झटके आएंगे?