
Nepal Earthquake: नेपाल में बीती रात दो बार भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर पहले भूकंप की तीव्रता 4.9 और दूसरी बार 5.9 दर्ज की गई। जानकारी के मुताबिक पहला भूकंप स्थानीय समय के अनुसार रात 11:58 बजे और दूसरा जबकि 1:30 बजे एक और भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप से अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है।
भूकंप का पहला झटका आने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। नेपाल के सुरखेत जिले के भूकंप विज्ञान केंद्र के एक अधिकारी राजेश शर्मा ने बताया कि डेढ़ घंटे के अंतराल में आए भूकंप के झटकों से लोगों के बीच दहशत फैल गई। लोग अपने घरों से बाहर आ गए। करीब 90 मिनट बाद आए दूसरे झटके से लोगों में दहशत और बढ़ गई। दूसरा झटका काफी तेज था। लोग रातभर घर से बाहर नजर आए।
जनवरी में भी नेपाल में कांपी थी धरती
इससे पहले इस साल 24 जनवरी में भी नेपाल के गोत्री-बजुरा इलाके में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसके झटके भारत के उत्तराखंड और दिल्ली-NCR के साथ-साथ उत्तर-भारत के कुछ अन्य राज्यों में भी महसूस किए गए था।
2015 में नेपाल में आया था विनाशकारी भूकंप
उल्लेखनीय है कि यहां 25 अप्रैल 2015 को आए 7.8 मैग्निट्यूड के भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। इसमें हजारों की संख्या में लोगों की मौत हुई थी और बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ था.
हिमालयी क्षेत्र में क्यों आता हैं भूकंप?
हिमालयी क्षेत्रों में भूंकप आने का सबसे बड़ा कारण दो महाद्वीपीय भारत और यूरेशियन टेक्टॉनिक प्लेटों के बीच टकराव है। भारतीय प्लेट हर साल कुछ सेंटीमीटर उत्तर की ओर बढ़ती है और तिब्बती पठार के नीचे की ओर रास्ता बनाती है। यह खिसकाव भूकंप को ट्रिगर करता है।
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