
नई दिल्ली. ऐसे समय में जब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों खुले तौर पर अफगान मामलों में दखल दे रही है। पाकिस्तान एयरफोर्स ने अफगानिस्तान के करीब बलूचिस्तान इलाके में अपने पूर्वी मोर्चे पर एक हवाई अड्डे को एक्टिव कर दिया है। खुफिया सूत्रों ने कहा कि कोटली और रावलकोट नाम के दो अन्य उपग्रह ठिकानों को भी भारत के साथ सीमा पर सक्रिय कर दिया गया है।
इसे भी पढे़ं- तालिबान के हाथ ऐसा कौन सा खजाना लगा है, जिससे दुनिया में ड्रग्स लेने वालों की संख्या बढ़ने का डर
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान एयरफोर्स के पास संचालन के लिए 12 सक्रिय और इतने ही उपग्रह ठिकाने हैं। पाकिस्तानी एयरफोर्स समय-समय पर परिचालन की तैयारी के लिए इन ठिकानों को सक्रिय करती रहती है और फरवरी 2019 में भारत द्वारा बालाकोट हवाई हमले के बाद वृद्धि हुई है, जहां भारतीय मिराज-2000 लड़ाके पाकिस्तान के क्षेत्र में और बिना किसी चुनौती के अंदर और बाहर जाने का प्रबंधन कर सकते थे।
सूत्रों ने कहा कि भारतीय एजेंसियां लगातार पाकिस्तानी गतिविधियों पर नजर रख रही हैं क्योंकि उसके सभी ठिकानों को भारतीय राडार और अन्य प्रणालियों द्वारा 24 घंटे प्रभावी ढंग से कवर किया जाता है। सूत्रों ने कहा कि एजेंसियां अपने पूर्वी मोर्चे पर पाकिस्तानी वायु सेना की गतिविधियों पर भी नजर रख रही हैं, जहां पाकिस्तान में शम्सी हवाई क्षेत्र को युद्धग्रस्त देश में तालिबान के अभियानों का समर्थन करने के लिए फिर से सक्रिय किया गया है। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से अमेरिका और अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सेना के खिलाफ अपनी लड़ाई में तालिबान का समर्थन कर रहा है और वहां की घटनाओं को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है।
इसे भी पढ़ें- खुद के शरीर पर बम बांध कर दिया ब्लास्ट...क्वेटा में ऐसे हुआ आत्मघाती हमला, 3 की मौत-20 घायल
शम्सी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल पहले तालिबान और अल कायदा के आतंकवादियों के खिलाफ हमले शुरू करने के लिए अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेना द्वारा किया गया है, लेकिन अमेरिकी हवाई हमले में पाकिस्तानी सेना के सैनिकों के मारे जाने के बाद उन्हें इस्लामाबाद द्वारा इसे खाली करने के लिए मजबूर किया गया था।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।