आतंकवाद को प्रश्रय देने वाला पाकिस्तान पाई-पाई के लिए परेशान है। वह दुनिया के दस सबसे बड़े कर्जदार देशों में शामिल हो चुका है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) की इमरान सरकार (Imran Government) इन दिनों बेहद मुश्किलों से गुजर रही है। देश की हालात दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। एक तरफ भारत (India) को गिदड़भभकी देने वाले पाकिस्तान दुनिया के दस बड़े कर्जदार देशों (top borrower countries) में शामिल हो गया है तो दूसरी ओर सेना और सरकार के बीच तल्खी भी बढ़ रही है। पीएम इमरान खान को बिना बताए आर्मी चीफ बाजवा (Army Chief Bajwa) ने आईएसआई प्रमुख को बदल कर इस टकराव को सरेआम कर दिया है।
पाकिस्तान दुनिया के दस सबसे कर्जदार देशों में शामिल
आतंकवाद को प्रश्रय देने वाला पाकिस्तान पाई-पाई के लिए परेशान है। वह दुनिया के दस सबसे बड़े कर्जदार देशों में शामिल हो चुका है। विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान उन दस देशों में है जो बाहरी देशों या विदेशी संस्थाओं से बहुत अधिक कर्ज ले चुका है। आलमा यह है कि अब उसे कहीं से कोई कर्ज नहीं मिल सकता है। डेट सर्विस सस्पेंशन इनीशिएटिव (DSSI) के तहत पाकिस्तान के सभी कर्ज सस्पेंड किया जा सकता है।
चीन की जी-हुजूरी का भी यही कारण
दरअसल, घोर आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान के पास अब चीन एकमात्र जरिया दिख रहा है। दिवालिया होने के कगार पर पहुंचे पाकिस्तान ने कई बार चीन से कर्ज माफी की भी गुहार लगा चुका है। हालांकि, दोनों देशों के बीच नजदीकी के बाद भी चीन ने कर्ज माफ करने से साफ इनकार कर दिया है।
दरअसल, चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर बन रहा है। इसके लिए चीन से पाकिस्तान ने करीब 300 करोड़ डॉलर का कर्ज लिया है। यह रकम करीब 22 हजार करोड़ रुपये है। इस प्रोजेक्ट की रिस्ट्रक्चरिंग भी पाकिस्तान चाहता है साथ ही 22 हजार करोड़ रुपये माफ भी कराना चाह रहा। लेकिन चीन लगातार इनकार करता आ रहा है।
उधर, सेना और सरकार के बीच दूरी बढ़ी
दुनिया के सबसे कर्जदार देशों में शुमार पाकिस्तान में आंतरिक घमासान भी शुरू हो चुका है। पीएम इमरान खान की सरकार और सेना के बीच तल्खियां बढ़ने लगी है। यह दूरी उस समय और बढ़ गई जब सेना ने बिना इमरान खान सरकार से राय लिए आईएसआई चीफ को ही बदल दिया। सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने बाजवा ने पिछले हफ्ते ISI चीफ जनरल फैज हमीद (Faiz Hamid) को हटाकर लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम (Nadeem Ahmad Anjum) को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) का नया चीफ बना दिया। हद तो यह कि नया चीफ नियुक्त हो गया लेकिन पीएमओ से इसका कोई नोटिफिकेशन तक जारी नहीं हुआ।
क्या हटाए गए आईएसआई चीफ?
आईएसआई चीफ फैज हमीद को हटाए जाने की मुख्य वजह इमरान खान सरकार के इशारे पर काम करना है। दरअसल, इमरान सरकार अफगानिस्तान में तालिबान को मदद के लिए काफी बेकरार है। उसकी इसके पीछे मंशा यह है कि तालिबान सरकार को अपने विश्वास में लेने के बाद वह पड़ोसी देशों को आतंकवाद में झोंक सकता है। हालांकि, पाकिस्तान सेना के चीफ बाजवा इमरान सरकार के इस उद्देश्य से अलग नहीं सोचते लेकिन वह चाहते हैं कि सरकार के इशारे पर काम करने की बजाय आईएसआई चीफ उनके कहे अनुसार काम करें। हटाए गए आईएसआई चीफ पिछले दिनों बिना बाजवा की अनुमति के अफगानिस्तान पहुंच गए थे। वह काबुल और पंजशीर में भी सक्रिय नजर आए। बिना इजाजत के खफिया प्रमुख का वहां जाना आर्मी चीफ को नागवार लगा और उन्होंने आईएसआई चीफ को ही बदल दिया।
लेकिन सरकार ने किसी प्रकार की तल्खी से किया इनकार
हालांकि, इमरान सरकार और आर्मी चीफ के बीच तल्खी की किसी बात से पाकिस्तान सरकार ने इनकार किया है। इमरान सरकार में सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि दोनों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है। आईएसआई चीफ को बदलने के लिए इमरान खान और बाजवा के बीच काफी देर तक चर्चा हुई थी। बाजवा ने सरकार को विश्वास में लेकर ही फैसला किया है। चौधरी ने बताया कि सरकार के पास यह अधिकार है कि वे आर्मी चीफ से चर्चा कर ISI चीफ की नियुक्ति कर सकते हैं।
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