68 वर्षीय पीपीपी अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में काम कर चुके हैं।पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति डॉ। वहीं मौजूदा राष्ट्रपति आरिफ अल्वी इस महीने के अंत में अपना पद छोड़ने वाले हैं।
पाकिस्तान। पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। चुनावी नतीजों के मुताबिक इमरान खान की पार्टी ने देश में सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की है, लेकिन फिर भी वो सरकार बनाने में असफल साबित हुए। इसके बाद देश की दो महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टी PML-N और PPP मिलकर सरकार बनाने की कवायद में लगी हुई है। इसी बीच सूत्रों के हवाले से द न्यूज इंटरनेशनल ने बुधवार को बताया कि अगर स्थिति में किसी भी तरह का बदलाव देखने को नहीं मिला तो देश PML-N के प्रधानमंत्री और PPP के राष्ट्रपति को देखेगा। इसका मतलब साफ है कि PML-N शर्तो के मुताबिक शहबाज शरीफ को देश का प्रधानमंत्री नियुक्त कर सकता है और PPP के तरफ से आसिफ अली जरदारी देश के राष्ट्रपति बन सकते हैं।
देश में किसी भी प्रमुख दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में पाकिस्तान में गठबंधन वाली सरकार बनने की संभावना ज्यादा है। इसी को मद्देनजर देखते हुए पीएमएल-एन और पीपीपी गठबंधन के हिस्से के रूप में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ के पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद है। इसके लिए उन्होंने शहबाज शरीफ के नाम की घोषणा भी कर दी है।
इन दोनों पार्टियों के एक साथ आने का मतलब है कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सत्ता पर काबिज नहीं हो पाएगी, भले ही उसके समर्थन वाले स्वतंत्र उम्मीदवारों ने राष्ट्रीय स्तर पर अधिकतम सीटें जीती हों।
आसिफ अली जरदारी रह चुके है राष्ट्रपति
बता दें कि 68 वर्षीय पीपीपी अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में काम कर चुके हैं।पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति डॉ। आरिफ अल्वी इस महीने के अंत में अपना पद छोड़ने वाले हैं। PML-N ने मंगलवार रात को पार्टी सुप्रीमो और तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बजाय 72 वर्षीय शहबाज को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया।
74 वर्षीय अनुभवी राजनेता जो प्रधानमंत्री के रूप में रिकॉर्ड चौथे कार्यकाल की मांग कर रहे थे, जो ब्रिटेन में आत्म-निर्वासन समाप्त करने के बाद पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान लौट आए थे। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की पिछली सरकार की तर्ज पर केंद्र में गठबंधन सरकार बनाने के लिए PML-N और PPP के साथ MQM-P, PML-Q, IPP और BAP शामिल हो गए हैं।