पाकिस्तान में आर्थिक संकट के बाद अब बिजली संकट गहरा गया है। बिजली बचाने के लिए सभी बाजार, दुकानों और शॉपिंग मॉल को रात 9 बजे तक बंद करना होगा, जबकि शादी के हॉल और रेस्तरां को भी रात 10.30 बजे तक बंद करने का निर्देश दिया गया है।
कराचीः पाकिस्तान में आर्थिक संकट के बाद अब बिजली संकट (Pakistan Energy Crisis) भी लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है। अब बिजली बचाने के उपाय किए जाने लगे हैं। सिंध प्रांत की सरकार ने शुक्रवार को कराची के मॉल, मार्केट, दुकानों को रात 9 बजे बंद करने का आदेश दिया है। यह आदेश इसलिए दिया गया है ताकि ईंधन व बिजली बचाई जा सके। सरकार का कहना है कि पाकिस्तान में ऊर्जा संकट से निपटने में इससे मदद मिलेगी। ऊर्जा संकट का असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है।
कराची के नाइटलाइफ पर पड़ेगा असर
जानकारी दें कि कराची एक महानगर होने के नाते, रेस्तरां, बाजार, मॉल, सिनेप्लेक्स, शादी के हॉल के साथ अपनी नाइटलाइफ के लिए प्रसिद्ध है। यहां अधिकतर होटल, मॉल आदि देर रात तक खुले रहते हैं। अब इस आदेश के बाद नाइट लाइफ में काफी असर पड़ेगा। सिंध के गृह सचिव डॉ. सईद अहमद मंगनेजो ने कहा कि हम ऊर्जा आपातकाल का सामना कर रहे हैं। हमें ऐसे उपाय करने की जरूरत है जो लोकप्रिय न हों, लेकिन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जरूरी हों। इसलिए सभी बाजार, दुकानों और शॉपिंग मॉल को रात 9 बजे तक बंद करना होगा, जबकि शादी के हॉल और रेस्तरां को भी रात 10.30 बजे तक बंद करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि ये उपाय न केवल ईंधन और बिजली की बर्बादी को कम करने के लिए किए जा रहे हैं। इससे बिजली की कमी और लोड शेडिंग की समस्या का समाधान होगा। बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच की कमी को कम किया जा सकेगा।
पाकिस्तान के गांव में 12 घंटे बिजली गुल
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के ग्रामीण इलाकों में 12-12 घंटे तक बिजली गायब रहती है। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जानकारी दें कि पाकिस्तान आर्थिक संकट के बाद गंभीर बिजली संकट का भी सामना कर रहा है। देश में 6,500 मेगावाट की बिजली की कमी है। पाकिस्तान के एक न्यूज के मुताबिक 26 हजार मेगावाट की मांग अभी पाकिस्तान को है।लेकिन फिलहाल 19,500 मेगावाट ही बिजली आपूर्ति की जा रही है। लाहौर में 4800 मेगावाट की मांग है। लेकिन वहां मात्र 4000 मेगावाट बिजली सप्लाय की जा रही है। पाकिस्तान में कई पावर प्लांट बंद हो गए हैं। पाकिस्तान में ईंधन की कमी और अन्य तकनीकी नुकसानों के चलते पावर प्लांटों को बंद करना पड़ा। इसलिए पाकिस्तान में बिजली की समस्या हो गई है।
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