
Railway Minister Directives: पाकिस्तान में रेलव व्यवस्था पर सकंट मडंराता हुआ दिखाई दे रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है पटरी से उतरने और दुर्घटनों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया। ऐसे में उन्होंने इस चीज को लेकर चेतावनी दे डाली है कि यदि पाकिस्तान रेलवे खराब वैगनों का इस्तेमाल जारी रखता है तो इससे देशभर में हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। इस पूरे मामले पर बात करते हुए पपीआर ट्रेन ड्राइवर्स एसोसिएशन (मुल्तान) के अध्यक्ष करीम बख्श ने कहा, "हम इस बात को लेकर काफी चिंतित हैं कि ड्राइवरों को पटरी से उतरने और दुर्घटनाओं के लिए दोषी ठहराया जा रहा है, जबकि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं ब्रेक की कमी वाले वैगनों और डिब्बों के कारण होती हैं।"
ये भी पढ़ें- श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को लेकर शशि थरूर ने जताई चिंता, सरकार से किया इन 2 चीजों का आग्रह
इतना ही नहीं करीम बख्श ने अधिकारी से सवाल पूछते हुए कहा, 'वे (अधिकारी) अच्छी तरह जानते हैं कि पटरी से उतरने की घटनाएं रोलिंग स्टॉक की स्थिति के कारण होती हैं। तो वे हमारे ड्राइवरों को इसके लिए बलि का बकरा क्यों बना रहे हैं?" उन्होंने सवाल किया। इन सबके बीच 116 डाउन और 14 डाउन ट्रेनों से जुड़े हादसों के बाद, पीआर प्रशासन ने ये साफ निर्देश दिया हैं कि सभी यात्री और मालगाड़ी ट्रेनों के लिए केवल पर्याप्त और परीक्षण की गई ब्रेकिंग पावर वाले डिब्बों और वैगनों का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। रेल मंत्री के निर्देशों के तहत, उन्होंने यह भी अनिवार्य किया कि केवल मैकेनिकल विभाग के जरिए प्रमाणित और सत्यापित ब्रेकिंग वाले रोलिंग स्टॉक का ही इस्तेमाल होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि रेल के चलने से पहले सभी डिब्बों और वैगनों की ब्रेक पावर की जाँच सुनिश्चित करें।
ये भी पढ़ें- रोमानिया में भीषण तूफान का कहर, 3 लोगों की हुई मौत, 4 घायल
इसके अलावा रेल ड्राइवरों की एक बैठक भी बुलाई गई, जिसमें रेलवे अधिकारियों के बर्ताव को लेकर भी खुलकर चर्चा की गई। ट्रेन ड्राइवर्स एसोसिएशन (लाहौर) के अध्यक्ष इरफान इकबाल ने पूछा, "जब सुरक्षा उपकरण, डिब्बे और वैगन ठीक से काम नहीं करते हैं, तो ड्राइवर से क्या उम्मीद की जा सकती है?" वैसे अब देखना ये होगा कि रेल ड्राइवरों की मांग कहां और किस हद तक पहुंचती है?
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।