अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन ने पहली वैश्विक जलवायु चर्चा (Global Climate Summit) के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin), भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) समेत दुनिया के 40 नेताओं को इनवाइट किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि 22 और 23 अप्रैल को होने वाले कार्यक्रम के लिए शुक्रवार को दुनिया के 40 नेताओं को निमंत्रण पत्र भेजा गया है।
इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन ने पहली वैश्विक जलवायु चर्चा (Global Climate Summit) के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin), भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) समेत दुनिया के 40 नेताओं को इनवाइट किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि 22 और 23 अप्रैल को होने वाले कार्यक्रम के लिए शुक्रवार को दुनिया के 40 नेताओं को निमंत्रण पत्र भेजा गया है।। अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि 22 और 23 अप्रैल को होने वाले कार्यक्रम के लिए शुक्रवार को दुनिया के 40 नेताओं को निमंत्रण पत्र भेजा गया है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इस समिट से अमेरिका को यह उम्मीद है कि जीवाश्म ईंधन से होने वाले जलवायु प्रदूषण को रोकने में मदद मिलेगी।
वर्चुअल होगी समिट
कोविड-19 महामारी की वजह यह ग्लोबल समिट वर्चुअल होगी। यह समिट अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की ओर से आयोजित की जा रही है। यह 22 और 23 अप्रैल को ऑनलाइन आयोजित की जाएगी और इसका लाइव प्रसारण होगा। वाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि यह क्लाइमेट चेंज पर रोक लगाने की दिशा में एक अहम कदम होगा।
किन नेताओं को किया गया इनवाइट
इस समिट के लिए जर्मनी की चांससर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को भी इनवाइट किया गया है। इसमें सऊदी के किंग सलमान-बिन-अब्दुलाजीज, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप ताईप इर्डोगान भी शामिल होंगे। इनके अलावा, व्यापारिक और नागरिक समाज के नेता भी इस समिट में भाग लेंगे।
जीवाश्म ईंधन से होने वाले प्रदूषण पर रोक जरूरी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि सबसे ज्यादा प्रदूषण जीवाश्म ईंधन से ही फैलता है। इसलिए इस पर रोक लगाना जरूरी है। इस समिट में जलवायु परिवर्तन की समस्या को ध्यान में रखते हुए कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, अमेरिका जीवाश्म ईंधन से होने वाले जलवायु प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा सकता है। समिट में क्लाइमेट चेंज के दूसरे प्रभावों की भी चर्चा होगी।