वॉशिंगटन : किसानों के पक्ष में खालिस्तानी समर्थक ग्रुप का प्रदर्शन, कहा- मानवाधिकारों के खिलाफ हैं कृषि कानून

किसानों ने ट्रैक्टर मार्च के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली में उपद्रव किया। दूसरी तरफ खालिस्तानी अलगाववादी समूहों के सदस्यों के साथ अन्य लोगों ने वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर किसानों के समर्थन में विरोध जताया। सिख डीएमवी यूथ और संगत द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में कुछ दर्जन लोगों ने कृषि कानूनों की आलोचना की।

Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2021 2:19 AM IST / Updated: Jan 27 2021, 07:03 PM IST

वॉशिंगटन. किसानों ने ट्रैक्टर मार्च के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली में उपद्रव किया। दूसरी तरफ खालिस्तानी अलगाववादी समूहों के सदस्यों के साथ अन्य लोगों ने वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर किसानों के समर्थन में विरोध जताया। सिख डीएमवी यूथ और संगत द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में कुछ दर्जन लोगों ने कृषि कानूनों की आलोचना की।

विरोध करने वालों के पास खालिस्तान का झंडा

भीड़ में कई लोगों ने भगवा रंग के 'खालिस्तान' के झंडे लगाए और भारत विरोधी नारे लगाए। वाशिंगटन के प्रमुख प्रदर्शनकारियों में से एक नरेंद्र सिंह ने कृषि कानूनों को भारत के मानवाधिकारों और लोकतंत्र का उल्लंघन बताया। सिंह ने कहा, हम भारत में किसानों के समर्थन में खड़े हैं। जो न केवल सिख हैं, बल्कि सभी धर्मों के हैं।

विरोध करने वालों में कुछ ऐसे भी थे, जो अक्सर भारत विरोधी प्रदर्शनों में खालिस्तान राज्य की मांग करते नजर आते रहे हैं। एक महीने पहले वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के पास महात्मा गांधी की प्रतिमा पर खालिस्तान का झंडा लहराया गया था, जहां प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसलिए इस बार दूतावास और गांधी प्रतिमा के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। वाशिंगटन डीसी के रहने वाले उधम सिंह ने कहा, हम हिंसा में विश्वास नहीं करते हैं। अगर भारत सरकार हिंसा चाहती है, तो सिख भी हिंसक होंगे।  

दिल्ली में घुस गए थे प्रदर्शनकारी किसान
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने हिंसा की। पुलिस बैरिकेड्स तोड़े और दिल्ली में कुछ हिस्सों में जबरदस्ती दाखिल हुए। इसके बाद प्रदर्शनकारी लालकिले तक पहुंच गए और वहां पर अपना झंडा फहराया।  यह धार्मिक ध्वज 'निशान साहिब' था। सिख धर्म में निशान साहिब को पवित्र ध्वज माना जाता है। यह त्रिकोणीय ध्वज कपास या रेशम के कपड़े का बना होता है। इसमें खंडा चिह्न भी होता है। यह नीले रंग से बना होता है। ध्वजडंड के कलश पर छपा खंडा इस बात का प्रतीक है कि सिख के अलावा किसी भी धर्म का व्यक्ति धार्मिक स्थल में प्रवेश कर सकता है।

8 बस 17 गाड़ियों में तोड़फोन, 7 पर FIR
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की 8 बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया। ट्रैक्टर से टक्कर मारी। शीशे भी तोड़ दिए गए। प्रदर्शनकारियों ने आम आदमियों की 17 गाड़ियों को भी निशाना बनाया। उन्होंने पुलिस के करीब 300 बैरिकेड्स को तोड़ दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंसा के बाद 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। 

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