महारानी एलिजाबेथ युग समाप्त: राजकीय सम्मान के साथ Queen Elizabeth का हुआ अंतिम संस्कार...

विंडसर में मुख्य सेंट जॉर्ज चैपल के अंदर किंग जॉर्ज VI मेमोरियल चैपल में महारानी को दफनाया जाएगा। सेंट जार्ज चैपल में महारानी सहित पांच लोगों की समाधि है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अलावा वहां उनके माता-पिता, बहन और महारानी के पति फिलिप के कब्र हैं।

Dheerendra Gopal | Published : Sep 19, 2022 10:12 AM IST / Updated: Sep 20 2022, 01:09 AM IST

Queen Elizabeth Funeral Live: महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार सोमवार को शाही रीति-रीवाजों और परंपराओं के साथ कर दिया गया। 11 दिनों के राष्ट्रीय शोक के दौरान महारानी को लाखों लोगों ने श्रद्धांजलि दी। महारानी के अंतिम संस्कार में देश-विदेश के 2000 से अधिक लोग शामिल होने के लिए पहुंचे थे। अंतिम संस्कार के बाद यूनाइटेड किंगडम में 11 दिनों का राष्ट्रीय शोक समाप्त हो गया। शाही सम्मान में यूके ने शोक की घोषणा की थी। महारानी के अंतिम संस्कार के लिए सबसे पहले उनके शव को वेस्टमिंस्टर एब्बे लाया गया। यहां अंतिम संस्कार के लिए श्रद्धांजलि व प्रार्थना सभा की पूरी प्रक्रिया पूरी की गई। वेस्टमिंस्टर एब्बे से से उनके कॉफिन को वेलिंगटन आर्क लाया गया। यहां पहुंचने के बाद नई गाड़ी से महारानी के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए विंडसर कासल के लिए ले जाया गया। रॉयल परंपराओं का पालन करते हुए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को जार्ज चैपल में दफनाया गया।

वेस्टमिंस्टर एब्बे के बाद वेलिंगटन आर्क लाया गया

प्रार्थना सभा के बाद, महारानी के पार्थिव शरीर को वेस्टमिंस्टर ऐबे से पैदल मार्च के साथ वेलिंगटन आर्क लाया गया। इस दौरान राजधानी लंदन की सड़कों से शवयात्रा धीमी गति से गुज़री। ब्रिटिश रॉयल आर्मी जवान लाइन में खड़े रहे। हाइड पार्क से हर एक मिनट पर तोपों की सलामी भी दी गई। आम लोग भी दोनों तरफ सड़क के खड़े रहे। शवयात्रा में सबसे आगे रॉयल कनेडियन माउंटेड पुलिस के घुड़सवार रहे। शवयात्रा सात ग्रुप्स में बंटा था जिसके अलग-अलग बैंड हैं। इसमें ब्रिटेन व कॉमनवेल्थ की सेनाओं के अलावा पुलिस व एनएचएस के सदस्य भी थे। किंग भी इस यात्रा में महारानी के शव के पीछे चल रहे थे। क्वीन कंसॉर्ट कैमिला, द प्रिंसेस ऑफ़ वेल्स, द काउंटेस ऑफ़ वेसेक्स और द डचेज़ ऑफ़ ससेक्स भी कार से थीं। यहां शव यात्रा पहुंचने के बाद ताबूत को नई गाड़ी में रखा गया। फिर विंडसर कासल के लिए अंतिम यात्रा शुरू हुई।

विंडसर कासल के लिए लांग वॉक

विंडसर कासल की पांच किलोमीटर की यात्रा को लांग वॉक कहा जाता है। यहां नई गाड़ी से महारानी एलिजाबेथ के पार्थिव शरीर को ले जाया गया। पांच किलोमीटर लंबी सड़क के दोनों ओर जवान खड़े थे। इस यात्रा को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग सड़क के आसपास मौजूद रहे। जैसे ही यात्रा विंडसर कासल के कैंपस में पहुंची किंग जार्ज व शाही परिवार के सीनियर मेंबर्स इसमें शामिल हो गए। इस दौरान कासल के ग्राउंड से तोपों की सलामी दी गई। इसी के साथ सेबास्टोपोल व कर्फ्यू टॉवरों के बेल्स हर मिनट बजते रहे।

सेंट जार्ज चैपल में प्रार्थना सभा हुई

महारानी की शवयात्रा सेंट जार्ज चैपल पहुंची। यहां प्रार्थना सभा आयोजित की गई। यहां करीब 800 मेहमान मौजूद थे। विंडसर के डीन डेविड कॉनर ने ऑर्चबिशप ऑफ कैंटरबरी जस्टिन वेल्बी के साथ प्रार्थना सभा को संपन्न कराया। यहां महारानी की ताबूत के ऊपर से शाही ताज, रॉयल ज्वेलरी, राजदंड हटाया गया। इसके बाद किंग चार्ल्स ने ध्वज उनकी ताबूत पर रखा। इसी समय द लॉर्ड चैंबरलेन एमआई 15 के पूर्व प्रमुख बेरोन पार्कर ने कार्यकाल की छड़ी को तोड़ दिया और उसे ताबूत पर रख दिया। यह इस बात का भी संदेश है कि शाही घराने के वरिष्ठ अधिकारी के रूप में उनकी सेवा का अंत हो गया।

फिर ताबूत को शाही वॉल्ट में उतारा गया

सारी रॉयल परंपराओं को पूरा करने के बाद महारानी के ताबूत केा शाही वॉल्ट में उतारा गया। फिर प्रार्थना संगीत बजाए गए। इसके बाद शाही परिवार के सभी सदस्य वापस चले गए। इसके बाद देर शाम को शाही परिवार के लोग वहां फिर पहुंचे और महारानी को दफनाया गया। 

5 लोगों की समाधि है सेंट जार्ज चैपल में...

विंडसर में मुख्य सेंट जॉर्ज चैपल के अंदर किंग जॉर्ज VI मेमोरियल चैपल में महारानी को दफनाया गया। सेंट जार्ज चैपल में महारानी सहित पांच लोगों की समाधि है। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अलावा वहां उनके माता-पिता, बहन और महारानी के पति फिलिप के कब्र हैं।

आर्कबिशप ने याद किया महारानी को

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार के लिए अपने संबोधन में कैंटरबरी के आर्कबिशप ने उनको याद कर जीवन के कई पहलुओं पर चर्चा की। आर्कबिशप ने उन्हें खुशहाली देने वाली और लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने वाली के रूप में याद किया। उन्होंने कोविड -19 महामारी के दौरान यूके के लोगों के लिए उनके आशावादी भाषण के लिए भी महारानी की सराहना की।

125 सिनेमाघरों में लाइव

विश्व के नेता ब्रिटेन के शाही परिवार, उसके राजनीतिक अभिजात वर्ग और सैन्य, न्यायपालिका और धर्मार्थ संगठनों के सदस्य राज्य के अंतिम संस्कार में शामिल रहे। अंतिम संस्कार ब्रिटेन भर में लगभग 125 सिनेमाघरों द्वारा दिखाया गया। यूके के पार्क, चौक और गिरजाघर भी इस कार्यक्रम के प्रसारण के लिए बड़े-बडे़ स्क्रीन लगााए थे।

क्वीन विक्टोरिया के अंतिम संस्कार में इस्तेमाल गाड़ी पर महारानी

महारानी एलिजाबेथ के शव वाले ताबूत को उसी गाड़ी पर अंतिम संस्कार के लिए इस्तेमाल किया गया जिससे महारानी विक्टोरिया को ले जाया गया था। वेस्टमिंस्टर एब्बे में हो रहे इस समारोह को दुनिया भर में अरबों लोग देख रहे। महारानी का पार्थिव शरीर जिस गाड़ी पर ले जाया गया है उसे 142 नेवी सोल्जर्स ने खींचा। इस रास्ते की जिम्मेदारी रॉयल नेवी और रॉयल मरीन के हाथों में थी। 

पॉर्लियामेंट स्क्वायर से गुजरी महारानी की शवयात्रा

महारानी एलिजाबेथ का पार्थिव शरीर पार्लियामेंट स्क्वायर से गुजरा। नौसेना, सेना और वायु सेना के सदस्य रॉयल मरीन के एक बैंड के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दी। जुलूस का नेतृत्व स्कॉटिश और आयरिश रेजिमेंट, गोरखाओं की ब्रिगेड और रॉयल एयर फोर्स के 200 संगीतकारों ने किया। ताबूत के पीछे किंग चार्ल्स और शाही परिवार के सदस्य चल रहे थे।

कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष ने दी श्रद्धांजलि

महारानी के अंतिम संस्कार में यूरोपीय संघ, फ्रांस, जापान, भारत और कई अन्य देशों के नेता भाग लिया। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी अंतिम संस्कार में पहुंची थीं। रूस, अफगानिस्तान, म्यांमार, सीरिया और उत्तर कोरिया के लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया था। अंतिम संस्कार में 2200 से अधिक लोग शामिल हुए। 2002 में महारानी की मां के अंतिम संस्कार में भी इसी के आसपास लोग शामिल हुए थे। 

17 विक्टोरिया क्रास व जार्ज क्रास धारक हुए शामिल

महारानी के अंतिम संस्कार में देश में सर्वोच्च वीरता पुरस्कार धारक 17 लोग शामिल हुए। ब्रिटेन में विक्टोरिया क्रास व जार्ज क्रास, सर्वोच्च वीरता के लिए दिया जाना वाला सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार या पदक है। 

4.1 अरब लोगों ने देखा अंतिम संस्कार

दुनिया भर में रानी के अंतिम संस्कार को अनुमानित 4.1 बिलियन लोगों ने देखा है। यह संख्या पिछले हर एक राजा या रानी के अंतिम संस्कार देखने वालों से रिकॉर्ड अधिक है।

800 कर्मचारी जो क्वीन की सेवा में रहे, थे मौजूद

विंडसर कैसल के सेंट जॉर्ज चैपल में सोमवार को महारानी के अंतिम संस्कार में 800 वह कर्मचारी मौजूद रहे जो महारानी की सेवा में प्रतिबद्ध रह चुके हैं। यह वह पूर्व या वर्तमान स्टॉफ है जो महारानी के विभिन्न रॉयल एस्टेट्स में कार्यरत रहा है।

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