
कीव। यूक्रेन के दक्षिणी खेरसन शहर में बुधवार देर रात टीवी टावर के पास लगातार कई ब्लास्ट हुए। इसके बाद रूसी चैनलों का प्रसारण बंद हो गए। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने बताया कि यूक्रेन की सेना की ओर से शहर पर मिसाइलें और रॉकेट दागे गए। गौरतलब है कि रूसी सेना ने युद्ध की शुरुआत में ही खेरसन शहर पर कब्जा कर लिया था।
मिसाइल अटैक में टीवी टावर जला
न्यूज पोर्टल ‘यूक्रेयिंस्का प्राव्दा' के मुताबिक मिसाइल अटैक से टीवी टावर में आग लग गई और रूसी टीवी चैनलों पर प्रसारण बंद हो गया। हालांकि, बाद में टीवी की सेवाएं चालू कर दी गईं। बताया जा रहा है कि रूसी टीवी चैनलों ने पिछले हफ्ते ही खेरसन शहर से टेलीकास्ट शुरू किया था। रूस इस शहर पर कब्जा करने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है, लेकिन उसे स्थानीय लोगों का भारी विरोध झेलना पड़ रहा है। शहर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
फॉसिल फ्यूल से रूस ने कमाए 66 अरब डॉलर
रूस के यूक्रेन पर हमले के बीच बर्लिन के एक रिसर्च ग्रुप ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद के पहले दो महीनों के दौरान रूसी ऊर्जा का सबसे बड़ा खरीदार जर्मनी रहा है। इसके मुताबिक 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद से फॉसिल फ्यूल के निर्यात से रूस ने 66.5 अबर डॉलर कमाए हैं। हालांकि, जर्मनी ने इससे इंकार किया है।
ब्रिटेन ने कहा- रूस पर कार्रवाई न करना उकसावे का काम
रूसी हमलों के बीच ब्रिटेन के एक राजनयिक ने कहा कि पश्चिमी देशों को यूक्रेन को टैंक, फाइटर जेट और अन्य भारी हथियार मुहैया कराने चाहिए। ब्रिटेन का कहना है कि यूक्रेन पर कार्रवाई नहीं करना सबसे बड़ा उकसावे का काम होगा। गौरतलब है कि नाटो देशों (NATO) ने यूक्रेन को मिसाइल और बख्तरबंद वाहन और अन्य सैन्य सामान मुहैया कराया है, लेकिन फाइटर जेट नहीं भेजे हैं।
यह भी पढ़ें राष्ट्रवाद की शानदार तस्वीर, यूक्रेनी सैनिकों की बुलेटप्रूफ बनियान के लिए 6 साल की बच्ची निकल पड़ी पैसा जुटाने
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।