रूस से चंद्रयान लूना-25 ने चंद्रमा की पहली तस्वीरें भेजी हैं। इसमें चांद का वह हिस्सा भी दिखाया गया है, जो धरती से पूरी तरह से छिपा हुआ रहता है। क्योंकि चंद्रमा के दूर या दूसरी तरफ का हिस्सा डार्क साइड कहा जाता है।
Luna-25 First Picture Of Moon. रूस से चंद्रयान लूना-25 ने चंद्रमा की पहली तस्वीरें भेजी हैं। इसमें चांद का वह हिस्सा भी दिखाया गया है, जो धरती से पूरी तरह से छिपा हुआ रहता है। क्योंकि चंद्रमा के दूर या दूसरी तरफ का हिस्सा डार्क साइड कहा जाता है।
चंद्रमा का दूर वाला हिस्सा डार्क साइड
रूस के लूना-25 अंतरिक्ष यान ने चंद्र कक्षा से चंद्रमा की अपनी पहली तस्वीरें भेजी हैं। इन तस्वीरों में साउथ पोल क्रेटर जीमन को दिखाया गया है, जो चंद्रमा के दूर भाग पर स्थित है। आमतौर पर चंद्रमा के दूर वाले हिस्से को डार्क साइड भी कहा जाता है। रसियन स्पेसक्राफ्ट लूना-25 ने जो तस्वीरें भेजी हैं, उसके लिए एसटीएस-एल टेलीविजन कॉम्प्लेक्स का उपयोग करके कैप्टर किया गया है। यह स्पेस में खोज के ऐतिहासिक क्षण को प्रदर्शित करने वाला है। चंद्रमा का डार्क साइड चंद्रमा के गोलार्ध का वह हिस्सा है जो धरती से स्थायी तौर पर छिपा हुआ है। लूना की इन तस्वीरों ने दुनिया भर के शोधकर्ताओं की रूचि बढ़ा दी है।
क्या है क्रेटर जीमन जो धरती से छिपा है
क्रेटर का शाफ्ट एक तरह का सपाट तल है जो 8 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचता है। इस वजह से यह भूवैज्ञानिक तौर पर दिलचस्प स्थल बन जाता है। लूना-25 द्वारा भेजी गई नई तस्वीरें क्रेटर के बारे में और जानकारी देने वाली हैं। माना जा रहा है कि स्पेस की खोज का ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि इससे बहुत सारी जिज्ञासाओं का समाधान मिलेगा।
पुरानी यादें हुई ताजा
लूना-25 की यह तस्वीरें उस ऐतिहासिक पल की याद दिलाती हैं जब अक्टूबर 1959 में सोवियत संघ ने स्वचालित स्टेशन लूना-3 से चंद्रमा के दूर वाले हिस्से की पहली तस्वीर दुनिया को दिखाई थी। अब लूना-25 उसी विरासत को आगे बढ़ाने का काम कर रह है। यह शोधकर्ताओं के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। इन तस्वीरों को रूसी विज्ञान अकादमी ने अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान में विकसित एसटीएस-एल टेलीविजन कॉम्प्लेक्स से ली गईं हैं।
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