SCO Summit 2022: शिखर सम्मेलन से इतर व्लादिमीर पुतिन और ईरानी राष्ट्रपति से बात करेंगे नरेंद्र मोदी

एससीओ शिखर सम्मेलन 2022 (SCO Summit 2022) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और व्यापार, निवेश और ऊर्जा आपूर्ति जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। शिखर सम्मेलन से इतर उनके रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उज्बेक राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव और ईरानी राष्ट्रपति रायसी के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है।
 

समरकंद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मध्य एशियाई देशों के अन्य नेता भाग ले रहे हैं।

शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और व्यापार, निवेश और ऊर्जा आपूर्ति जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। शिखर सम्मेलन से इतर नरेंद्र मोदी के रूस के राष्ट्रपति पुतिन, उज्बेक राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव और ईरानी राष्ट्रपति रायसी के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है। उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति मिर्जियोयेव से मुलाकात की।

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जाने से पहले मोदी ने कहा था
उज़्बेक जाने से पहले मोदी ने एक बयान में कहा, "एससीओ शिखर सम्मेलन में मैं सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने, एससीओ के विस्तार और संगठन के भीतर बहुआयामी और पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को और गहरा करने के लिए उत्सुक हूं।" मोदी ने कहा, "उज़्बेक की अध्यक्षता में व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में आपसी सहयोग के लिए कई फैसले लिए जाने की संभावना है।" मोदी ने कहा कि वह राष्ट्रपति मिर्जियोयेव से मिलने के लिए भी उत्सुक हैं। मोदी ने कहा, "मैं 2018 में उनकी भारत यात्रा को याद करता हूं। उन्होंने 2019 में वाइब्रेंट गुजरात समिट में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में शिरकत की। इसके अलावा मैं शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करूंगा।"

जून 2001 में हुई थी स्थापना
गौरतलब है कि शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना जून 2001 में शंघाई में की गई थी। एससीओ के आठ पूर्ण सदस्य हैं, जिनमें इसके छह संस्थापक सदस्य चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान शामिल हैं। भारत और पाकिस्तान 2017 में पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुए।

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कोरोना महामारी के प्रकोप के दो साल बाद उज्बेकिस्तान के समरकंद में एससीओ का पहला इन-पर्सन समिट आयोजित हो रहा है। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण और ताइवान जलडमरूमध्य में चीन के आक्रामक सैन्य रुख के कारण बड़े पैमाने पर बढ़ती भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच यह शिखर सम्मेलन हो रहा है।

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