नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन का जताया आभार
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत हुई। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दुनिया के सामने सबसे बड़ी चिंता खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा और उर्वरक है। उन्होंने कहा, "मैं रूस और यूक्रेन का आभार प्रकट करना चाहता हूं। यूक्रेन युद्ध के शुरुआत में हमारे हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए थे। उन्हें सुरक्षित निकालने में रूस और यूक्रेन ने बहुत मदद की। इसके लिए मैं दोनों देशों का आभारी हू्ं।"
पीएम मोदी ने कहा, "आज का युग युद्ध का नहीं है। बातचीत और कूटनीति से समस्या का समाधान निकाला जाना चाहिए। इस मुद्दे पर हमारी बात हुई है। हमने इनका (व्लादिमीर पुतिन) का नजरिया समझा है। आने वाले दिनों में शांति के रास्ते पर कैसे बढ़ा जा सकता है इसको लेकर भी बात हुई है।"
मोदी ने कहा, "भारत और रूस के संबंध अनेक गुणा बढ़े हैं। हम इन संबंधों को इसलिए भी बहुत महत्व देते हैं कि पिछले कई दशकों से हर पल एक साथ रहे हैं। भारत के साथ रूस का कैसा नाता रहा है यह सभी जानते हैं। दोनों देशों की मित्रता अटूट है।"
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हमारे और व्लादिमीर पुतिन के दोस्ती के 22 साल हो गए। मैं इनसे पहली बार एक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मिला था। उस समय ये रूस के राष्ट्राध्यक्ष थे। दोनों देश मिलकर इस क्षेत्र की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि आज की हमारी बातचीत हमारे संबंधों को और गहरा करेगी। यह विश्व की आशा पूरा करने में अहम साबित होगी।
पुतिन से बातचीत कर रहे हैं मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत हो रही है। शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से इतर नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत को काफी अहम माना जा रहा है।
तुर्की से राष्ट्रपति तैय्यप अर्दोआन के साथ बातचीत कर रहे नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तुर्की से राष्ट्रपति तैय्यप अर्दोआन के बीच द्विपक्षीय बातचीत हो रही है। बैठक में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हैं।
शी जिनपिंग ने दी भारत को बधाई
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अगले साल शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए भारत को बधाई दी है। उन्होंने कहा "हम अगले साल भारत के प्रेसिडेंट पद के लिए उसका समर्थन करेंगे।"
मिलेट्स से होगा खाद्य समस्या का समाधान
नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व आज एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है वह है नागरिकों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना। इस समस्या का एक संभावित समाधान मिलेट्स की खेती और उपभोग को बढ़ावा देना है। मिलेट्स एक ऐसा सुपरफूड है जो न सिर्फ एससीओ देशों में बल्कि विश्व के कई देशों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है। खाद्य संकट से निपटने के लिए यह पारंपरिक, पोषक और कम लागत वाला विकल्प है। हमें एससीओ के अंतरगत एक मिलेट्स फूड फेस्टिवल के आयोजन पर विचार करना चाहिए।
भारत आज विश्व के मेडिकल एंड वेलनेस टूरिज्म के लिए सबसे किफायती डेस्टिनेशन में से एक है। अप्रैल 2022 में गुजरात में WHO ग्लोबल सेंट्रल फोर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया गया। पारंपरिक चिकित्सा के लिए यह WHO का पहला और एकमात्र ग्लोबल सेंटर होगा। हमें एससीओ देशों के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके लिए भारत एक नए एससीओ वर्किंग ग्रुप ऑन ट्रेडिशनल मेडिसिन पर पहल लेगा।
स्टार्टअप और इनोवेशन का अनुभव शेयर करने के लिए तैयार है भारत
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इस वर्ष भारत की अर्थव्यवस्था में 7.5 फीसदी वृद्धि की आशा है। यह विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक वृद्धि होगी। हमारे पीपल सेंट्रिक डेवलपमेंट में टेक्नोलॉजी की ऊंची उपयोग पर भी बहुत फोकस किया जा रहा है। हम प्रत्येक सेक्टर में इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं।
आज भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप्स हैं, जिनमें से 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। हमारे ये अनुभव कई अन्य एससीओ सदस्यों के भी काम आ सकता है। इसी उद्देश्य से हम एक नए स्पेशल वर्किंग ग्रुप ऑन स्टार्टअप एंड इनोवेशन की स्थापना कर एससीओ के सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं।
ट्रांजिट का पूरा अधिकार दें सदस्य देश
एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एससीओ के सदस्य देश विश्व के जीडीपी में 30 फीसदी का योगदान देते हैं। इन देशों में दुनिया की 40 फीसदी जनसंख्या निवास करती है। एससीओ के देशों के बीच और अधिक सहयोग और आपसी विश्वास पर काम होना चाहिए। कोरोना महामारी और यूक्रेन संकट के चलते ग्लोबल सप्लाई चेन में बाधाएं उत्पन्न हुईं। इसके कारण पूरे विश्व को ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना करना पड़ रहा है। एससीओ को हमारे क्षेत्र में विश्वस्त, रिजिलिएंट और डायवर्सिफाइ़ड सप्लाइचेन विकसित करने के लिए कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता तो होगी ही साथ ही यह भी महत्वपूर्ण होगा कि हम सभी एक-दूसरे को ट्रांजिट का पूरा अधिकार दें।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा, व्यापार और संपर्क, संस्कृति और पर्यटन सहित सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा के लिए एससीओ सदस्य देशों के नेताओं के साथ शामिल हुए हैं।"
ईरान के एससीओ में शामिल होने से रूस खुश
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर अपने ईरानी समकक्ष इब्राहिम रायसी से मुलाकात की। उन्होंने तेहरान के एससीओ में शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। पुतिन ने रायसी से कहा कि वह खुश हैं कि ईरान एससीओ में शामिल हो रहा है।
शी जिनपिंग से नहीं होगी मोदी की बात
सूत्रों के अनुसार एससीओ शिखर सम्मेलन में चीन और भारत के बीच द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी। एलएसी पर तनाव के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातचीत चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से नहीं होगी। वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी नरेंद्र मोदी बात नहीं करेंगे।
ग्रुप फोटो के लिए पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति ने दिया पोज
एससीओ शिखर सम्मेलन की शुरुआत में सभी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने ग्रुप फोटो के लिए पोज दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ, उज्बेक राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव और अन्य नेताओं ने ग्रूप फोटो खिंचवाई।
शौकत मिर्जियोयेव ने किया नरेंद्र मोदी का स्वागत
उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव ने एससीओ शिखर सम्मेलन स्थल पर पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। एससीओ शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अन्य एशियाई देशों के नेता भी शामिल हो रहे हैं।