बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथियों की शर्मनाक हरकत का यह मामला कहने को 18 मई, 2022 का है, लेकिन यह अब तक लगातार सुर्खियों में है। इस महिला पर स्टेशन पर ट्रेन की इंतजार कर रही एक लड़की को वेस्टर्न ड्रेस में देखकर अश्लील फब्तियां कसने का आरोप है।
ढाका. बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथियों की शर्मनाक हरकत का यह मामला कहने को 18 मई, 2022 का है, लेकिन यह अब तक लगातार सुर्खियों में है। इस महिला पर स्टेशन पर ट्रेन की इंतजार कर रही एक लड़की को वेस्टर्न ड्रेस में देखकर अश्लील फब्तियां कसने का आरोप है। मामला इतना बिगड़ गया था कि स्टेशन पर मौजूद कट्टरपंथी विचारधारा के तमाम लोगों ने लड़की को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। फिलहाल, यह मामला कोर्ट में चल रहा है। यह महिला जमानत पर है। गुरुवार यानी 27 अक्टूबर को कोर्ट ने महिला की जमानत को बरकरार रखा है। दरअसल, इसकी जमानत रद्द करने की अपील की गई थी। जानिए पूरी डिटेल्स...
लड़की को क्रॉप-टॉप और जींस में देखकर भड़क उठी थी ये महिला
यह शर्मनाक घटना 18 मई, 2022 को नरसिंगडी रेलवे स्टेशन(Narsingdi railway station) पर हुई थी। पीड़ित लड़की अपने दो दोस्त लड़कों के साथ ट्रेन का इंतजार कर रही थी। लड़की ने क्रॉप-टॉप और जींस पहना हुआ था। लड़कों ने भी जींस और टीशर्ट पहन रखी थी। एक लड़के के हाथ में टैटू बना हुआ था। स्टेशन पर आरोपी 60 वर्षीय मरजिया अख्तर उर्फ शीला भी ट्रेन का इंतजार कर रही थी। अचानक शीला ने लड़की को देखकर अश्लील कमेंट कर दिए। लड़की और लड़कों ने इसका विरोध किया, तो विवाद बढ़ गया। इसके बाद शीला ने लड़की की पिटाई शुरू कर दी। देखते ही देखते स्टेशन पर मौजूद कट्टरपंथी विचारधारा के लोग भी शीला के साथ हो लिए और लड़की-लड़कों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने लगे। लड़की ने खुद को स्टेशन मास्टर के आफिस रूम में घुसकर जान बचाई। घटना के वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने और कई समाचार मीडिया में इसकी रिपोर्ट आने के बाद इस मामले ने नेटिज़न्स(netizens-सोशल मीडिया पर एक्टिव यूजर्स) के बीच बहस और हंगामा छेड़ दिया था।
पुलिस ने इस संबंध में भैरब रेलवे थाने में महिला एवं बाल दमन निवारण अधिनियम(under Prevention of Women and Child Repression) के तहत मामला दर्ज करने के बाद रैपिड एक्शन बटालियन(RAB) ने 30 मई को शीला को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी मरजिया अख्तर सायमा को नरसिंगडी के सिबपुर स्थित उसके रिश्तेदार के घर से पकड़ा गया था। RAB मीडिया विंग के निदेशक खांडाकर अल मोइन के अनुसार, 18 मई की सुबह नरसिंगडी रेलवे स्टेशन पर लड़की पर हुए हमले की मुख्य आरोपी शीला ही है। इससे पहले इस घटना के एक अन्य आरोपी मोहम्मद इस्माइल को भी गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया था। आरएबी-11 नरसिंगडी कैंप के कमांडर तौहीदुल मोबिन खान के अनुसार, मरजिया ने मैचमेकर(matchmaker) का काम किया। हालांकि वो कई जगहों पर फर्जी नामों से पहचानी जाती थी। बाद में एलीट फोर्स(elite force) ने उसकी राष्ट्रीय पहचान संख्या( national identification number) की जांच के बाद सही नाम की पुष्टि की। मरजिया अपनी बेटी के साथ नरसिंगडी कस्बे में किराए के मकान में रहती है। मरजिया के परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह घटना वाले दिन ढाका जा रही थी।
अब यह भी जानें
यह मामला इसलिए फिर से चर्चा में है, क्योंकि चीफ जस्टिस हसन फोएज सिद्दीकी के नेतृत्व में पांच जस्टिस की बेंच ने राज्य की ओर से दायर एक याचिका पर सुनवाई के दौरान आरोपी महिला की जमानत बरकरार रखने का आदेश पारित किया। हाईकोर्ट ने 16 अगस्त को शीला को जमानत दे दी थी। बांग्लादेश किशोर स्वास्थ्य और भलाई सर्वेक्षण 2019–20(Bangladesh Adolescent Health and Wellbeing Survey 2019–20) का रिकॉर्ड देखें तो इसकेअनुसार, 15-19 वर्ष की तीन अनमैरिड लड़कियों में से एक ने पिछले एक साल में किसी न किसी रूप में यौन उत्पीड़न का अनुभव किया। इसमें किसी को अश्लील तरीके से घूरना, अश्लील गाने गाना, यौन टिप्पणी/चुटकुले शेयर करना, या छुआ जाना, पकड़ा जाना या चुटकी लेना शामिल है। जिन टॉप पांच स्थानों पर उत्पीड़न होता है, वे हैं सड़कों पर (74%), घर पर (12%), स्कूलों, कॉलेजों या मदरसों जैसे शैक्षणिक संस्थानों में (11%), पड़ोस में (12%) और बाज़ार में (8%).
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