Corona Virus के लिए दुनिया के तमाम देश चीन को गुनाहगार मानते हैं, लेकिन चीन में कराए गए एक survey में 95.7 यूथ ने इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार माना है।
नई दिल्ली. Corona Virus के लिए दुनिया के तमाम देश चीन को गुनाहगार मानते हैं, लेकिन चीन में कराए गए एक survey में 95.7 यूथ ने इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार माना है। इन लोगों ने कहा कि कोरोना रोकने की दिशा में अमेरिका का रवैया समझ नहीं आया। वहीं, 98.3% चीनी यूथ ने माना कि बिगड़ती वैश्विक महामारी(global pandemic situation) के लिए पूरी तरह से अमेरिका दोषी है। बता दें कि अमेरिका में अब तक 40,513,018 संक्रमित हो चुके हैं। यहां अब तक 662,853 की मौत हो चुकी है।
लोकल न्यूज पोर्टल ने कराया है यही सर्वे
यह सर्वे एक स्थानीय न्यूज पोर्टल( cyol.com) ने कराया है। यह सर्वे चीन की कम्यूनिस्ट यूथ लीग की सेंट्रल कमेटी(Communist Youth League of China) और चाइना यूथ न्यूजपेपर के सोशल सर्वे सेंटर साथ मिलकर कराया गया है। इसमें 41332 चीनी युवाओं से सवाल पूछे गए थे।
अमेरिका के बर्ताव को बताया खराब
इस सर्वे के रिजल्ट चौंकाने वाले हैं। ज्यादातर यूथ ने कोरोना महामारी के प्रति अमेरिका के गैर जिम्मेदाराना रवैये और इकोनॉमी के प्रति उसके नजरिये को जिम्मेदार माना गया। 81 प्रतिशत यूथ ने कहा कि वे हैरान थे कि महामारी के खतरे को देखकर भी अमेरिकी राजनेता चुनाव(राष्ट्रपति चुनाव) में व्यस्त थे।
कॉमनसेंस नहीं दिखा अमेरिका में
सर्वे में 75 प्रतिशत यूथ ने माना की अमेरिकी सरकार में महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ने को लेकर कॉमन सेंस की कमी दिखी। उनमें साइंस को लेकर भी सम्मान नहीं दिखा। यानी वैज्ञानिकों की चेतावनी को नजरअंदाज किया गया। सर्वे में तीन चौथाई(three quarters) युवाओं ने महामारी के बीच अमेरिका में बढ़ते नस्लवाद पर हैरानी जताई।
सर्वे को छद्म नाम से छापा गया
अंग्रेजी अनुवाद में ग्रेजुएशन कर रहे डोंग जिनयांग (pseudonym-छद्म नाम) ने कहा कि अमेरिका के पास दुनिया के सबसे अच्छे चिकित्सकीय उपकरण हैं। बड़ी संख्या में हेल्थ केयर वर्कर्स हैं, मेडिकल रिसर्च सेंटर हैं; फिर भी सरकार ने वायरस के खतरे को नजरअंदाज किया। आर्थिक मंदी से उबरने इस पर ध्यान नहीं दिया गया। एक अन्य ग्रेजुएट स्टूडेंट ली शिन(Li Xin) ने कहा कि महामारी को लेकर अमेरिका की इस सुस्ती की वजह अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव था। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया था कि चुनाव जीतने के लिए वायरस एक धोखा था। इसने अमेरिका को वायरस के खतरे का जवाब देने सबसे अच्छा समय गंवा दिया। आज तक दोनों पक्ष(बाइडेन-ट्रम्प) महामारी को लेकर एक-दूसरे से बहस कर रहे हैं। महामारी के राजनीतिकरण ने अमेरिका को हर तरह से बाधित किया है।60 प्रतिशत यूथ ने माना कि महंगेग चिकित्सा उपकरण, खराब नीतियों और खोखले उद्योगों के अलावा महामारी रोकने संबंध चीजों में कमी से यह बीमारी तेजी से फैली।