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Taliban Is Back: हमें पता है, तुम कहां रहती हो; अगर तुमने अमेरिकन यूनिवर्सिटी नहीं छोड़ी, तो Rape कर दूंगा
काबुल. Afghanistan से अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही उन हजारों अफगानियों पर खतरा मंडराने लगा है, जिन्होंने किसी न किसी तरह से अमेरिका का सहयोग किया है। अमेरिका ने काबुल में अमेरिकन यूनिवर्सिटी(American University) की स्थापना की थी। अब यहां की लड़कियों को यूनिवर्सिटी छोड़ने की धमकी दी जा रही हैं। कहा जा रहा है कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो Rape कर देंगे। Taliban के डर से अमेरिकी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले 1,700 स्टूडेंट्स दहशत में हैं।
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30 अगस्त की आधी रात अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की पूरी तरह से वापसी के साथ ही तालिबानी हुकूमत अपना रंग दिखाने लगी है। तालिबान लड़कियों की पढ़ाई-लिखाई को लेकर पूरी तरह से हामी भरने को राजी नहीं हुआ है। खासकर काबुल में स्थापित अमेरिकन यूनिवर्सिटी उसकी आंख की किरकिरी बनी हुई है। इस यूनिवर्सिटी में आधुनिक देशों की तर्ज पर एजुकेशन दी जाती रही है, यह तालिबान को पसंद नहीं है। बीबीसी की एक पत्रकार ने tweet करके दावा किया है कि यहां पढ़ने वाली लड़कियों को यूनिवर्सिटी नहीं छोड़ने पर रेप की धमकियां दी जा रही हैं।
बीबीसी की पत्रकार ने अपने tweet पर जिक्र किया कि अमेरिकन यूनिवर्सिटी में पढ़ने वालीं लड़कियों ने बताया कि तालिबान को उनका नाम-पता सब मालूम है। एक छात्रा मैसेज दिया गया कि तुम अमेरिकी यूनिवर्सिटी में पढ़ती थी और सरकार के लिए काम करती थी। थोड़ा इंतजार करो, हम तुमसे निबटेंगे।' एक अन्य मैसेज में धमकी दी गई- हम तुम्हारा रेप करेंगे और तुम्हें मार देंगे।
तालिबान के डर से धीरे-धीरे अमेरिकन यूनिवर्सिटी खाली होती जा रही है। लड़कियां घर से तक निकलने से डर रही हैं। क्योंकि उन्हें खतरा है कि कहीं तालिबानी उन्हें उठा नहीं ले जाएं। कई अफगानी लड़कियों ने देश छोड़ने के लिए अमेरिका से मदद मांगी थी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। तालिबान ने शरीयत में महिलाओं को अधिकार देने की बात कही है, लेकिन कितना अधिकार मिलेगा, यह तय नहीं है। अमेरिकन यूनिवर्सिटी को तो तालिबान पहले से ही पसंद नहीं करता है।
twitter पर यह Photo शेयर करते हुए लिखा गया कि 2019 में अफगान सरकार ने अमेरिकी यूनिवर्सिटी के 2 प्रोफेसरों के बदले तालिबान के तीन कैदियों को रिहा किया था। इनमें सिराजुद्दीन हक्कानी के छोटे भाई अनस हक्कानी (हक्कानी नेटवर्क के नेता) भी शामिल थे। आज ये नवगठित अफगान सरकार में प्रमुख सदस्यों में शामिल हैं।
twitter पर यह Photo शेयर करते हुए लिखा गया कि अफगानिस्तान के अमेरिकी विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्र काबुल में फंसे हुए हैं। तालिबान ने विश्वविद्यालय की इमारत के प्रवेश द्वार पर अपनी एक तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा है- मुसलमानों के दिमाग को भ्रष्ट करने के लिए अमेरिका ने काफिर (भेड़ियों) को प्रशिक्षित किया था।