जाॅब करने वाले नहीं मिल रहे यहां, पद खाली न रहे इसलिए रिटायर नहीं किया जा रहा बुजुर्गाें को

एक और फिर दो बच्चों वाली पाॅलिसी ने देश में बुजुर्गाें की आबादी को बढ़ा दिया है। इसका परिणाम देश के मैनपाॅवर पर पड़ने लगा है। काफी संख्या में लोग रिटायरमेंट के एज पर पहुंच चुके हैं लेकिन उनको रिटायर नहीं किया जा रहा है क्योंकि उनकी जगह पर काम करने वाले युवा नहीं मिल रहे हैं। 

Asianet News Hindi | Published : May 31, 2021 9:29 AM IST / Updated: May 31 2021, 03:21 PM IST

बीजिंग। चीन में काम करने के लिए युवा नहीं मिल रहे हैं। तेजी से बुजुर्गाें के देश में बदल रहा चीन अपने रिटायरमेंट पाॅलिसी में बदलाव करने जा रहा है। काफी संख्या में लोग रिटायरमेंट के एज पर पहुंच चुके हैं लेकिन उनको रिटायर नहीं किया जा रहा है क्योंकि उनकी जगह पर काम करने वाले युवा नहीं मिल रहे हैं। 

जनसंख्या नियंत्रण पाॅलिसी ने पहुंचाया नुकसान

दरअसल, ‘हम दो-हमारे दो’ की सख्त पाॅलिसी ने चीन को एक ऐसे मुकाम पर लाकर खड़ा दिया है जिससे यहां एक पीढ़ी तो रिटायरमेंट तक पहुंच गई है लेकिन उसके बाद की पीढ़ी उनको वर्कप्लेस पर रिप्लेस करने के लिए कम पड़ रही है। 

पहले एक बच्चा का ही कानून था, फिर 2016 में किया बदलाव

कुछ दशक पहले चीन में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए एक बच्चा पैदा करने का ही कानून था। जनसंख्या विस्फोट की वजह से चीन ने एक बच्चा से अधिक पैदा करने पर रोक लगा दी थी। हालांकि, 2016 में चीन ने अपने कानून में परिवर्तन करते हुए दो बच्चे की लिमिट तय की थी। 

जनसंख्या कम हुई लेकिन युवाओं की संख्या में भी कमी आई

दरअसल, चीन में कई दशक पहले तक जनसंख्या तेजी में बढ़ने लगी थी। जनसंख्या विस्फोट को देखते हुए चीन ने एक बच्चा पैदा करने का कानून लेकर आया। लेकिन इसका नतीजा यह हुआ कि चीन में जन्मदर धीरे धीरे कम होने लगी। इसको देखते हुए 2016 में चीन ने दो बच्चे का कानून पारित किया। लेकिन इसके बावजूद युवाओं की संख्या में काफी कमी हो गई। 

बूढ़ों का देश बनता जा रहा चीन

चीन की एक और फिर दो बच्चों वाली पाॅलिसी ने देश में बुजुर्गाें की आबादी को बढ़ा दिया है। इसका परिणाम देश के मैनपाॅवर पर पड़ने लगा है। चीन में बुजुर्गाें की संख्या अधिक हो गई है जबकि युवाओं की संख्या कम हो गई है। 

1.3 बच्चे है देश का फर्टिलिटी रेट

चीन में बच्चे पैदा करने की दर में तेजी से गिरावट आई है। यह चीनी अर्थव्यवस्था के लिए चिंता की वजह बनती जा रही है। यहां 2020 में फर्टिलिटी रेट 1.3 बच्चे प्रति महिला था। इन आंकड़ों से साफ है कि आने वाले दिनों में चीन में मानवश्रम की कमी होने लगेगी।  

अब चीन में मैनपाॅवर कम पड़ रहा

चीन की बच्चा पैदा करने की सख्त पाॅलिसी ने तेजी से इसे बुजुर्गाें वाले देश में शामिल कर दिया। आलम यह है कि यहां बुजुर्गाें की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई लेकिन जन्मदर बेहद कम होने से युवाओं की संख्या कम होती गई। अब इसका दुष्परिणाम इसको मैनपाॅवर की कमी होने लगी है। आलम यह है कि रिटायरमेंट के एज पर भी लोग काम कर रहे हैं। काम करने वाले युवाओं की कमी यहां देखने को मिल रही है। 

रिटायरमेंट नीति में बदलाव करने जा रहा 

चीन रिटायरमेंट के एज में बदलाव करने जा रहा है। यहां रिटायरमेंट का एज बढ़ाया जा सकता है। जल्द ही चीन पर इस पर मुहर लगाने जा रहा है। 

भविष्य में युवाओं की कमी न हो इसलिए तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत

शादीशुदा लोग तीन बच्चे तक पैदा कर सकते हैं। देश में जन्मदर में आ रही गिरावट को देखते हुए पोलित ब्यूरो की मीटिंग में चीन ने अपनी पाॅलिसी बदली है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग सरकार ने अधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा की है। 
 

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