
America ICBM Launch: अमेरिका ने कैलिफोर्निया में एक ICBM (Intercontinental Ballistic Missile) मिसाइल का टेस्ट किया। इस मिसाइल में कोई न्यूक्लियर वारहेड नहीं था। यह टेस्ट पूरी तरह सुरक्षा और सिस्टम की जांच के लिए किया गया। मिसाइल सीधे प्रशांत महासागर के मार्शल आइलैंड्स तक गई और वहां टेस्ट साइट पर हिट की गई। यह टेस्ट अमेरिकी एयरफोर्स के ग्लोबल स्ट्राइक कमांड के नियमित कार्यक्रम का हिस्सा है। जानिए मिसाइल कितनी खतरनाक है...
मिनटमैन-III अमेरिका की सबसे पुरानी लेकिन बेहद भरोसेमंद ICBM मिसाइल है। यह जमीन से लॉन्च होती है और 13,000 किलोमीटर तक लक्ष्य भेद सकती है। मिसाइल में न्यूक्लियर वारहेड लगाने की क्षमता है, लेकिन टेस्ट में यह खाली थी। अमेरिका के पास करीब 400 ऐसी मिसाइलें हैं, जो रक्षा का अहम हिस्सा हैं। इसका नाम मिनटमैन इसलिए पड़ा, क्योंकि इसे एक मिनट में लॉन्च के लिए तैयार किया जा सकता है। इस मिसाइल की ताकत इसे अमेरिका की लैंड-बेस्ड न्यूक्लियर डिटरेंट का सबसे अहम हथियार बनाती है।
पिछले दिनों राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि रूस, चीन और पाकिस्तान लगातार अपने परमाणु कार्यक्रम को बढ़ा रहे हैं। इसके जवाब में अमेरिकी पेंटागन ने सिस्टम की तत्परता सुनिश्चित करने के लिए मिसाइल टेस्ट करने का आदेश दिया। इस टेस्ट में कभी भी विस्फोट नहीं हुआ यानी यह सिर्फ सटीकता और सिस्टम की जांच थी। अमेरिका अभी भी CTBT (Comprehensive Nuclear-Test-Ban Treaty) का पालन कर रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परमाणु परीक्षणों पर रोक लगाता है।
मिसाइल कैलिफोर्निया के वांडेनबर्ग एयर बेस से लॉन्च हुई। रास्ते में यह प्रशांत महासागर पार करती है। लगभग 7,000 किलोमीटर बाद मिसाइल ने रोनाल्ड रीगन टेस्ट साइट पर डमी टारगेट को हिट किया। यह टेस्ट मिसाइल की रूटीन जाँच थी, जो आमतौर पर हर तिमाही होती है। पिछले साल मई में भी इसी तरह का टेस्ट हुआ था।
अमेरिका की 70% परमाणु ताकत पनडुब्बियों पर रहती है। लैंड-बेस्ड मिसाइल्स जैसे MinuteMan-III सिर्फ सिस्टम की ताकत दिखाने और रोकथाम (Deterrent) के लिए होती हैं। यह मिसाइल सुपरपावर देशों के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करती है।
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