
Donald Trump Claims: चीन के तियानजिन में सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मिले। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और बड़ा दावा किया। भारत के खिलाफ लगाए गए 50% टैरिफ को उचित ठहराने की कोशिश करते हुए ट्रंप ने कहा कि नई दिल्ली ने टैरिफ शून्य तक कम करने की पेशकश की थी, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है।
सोशल मीडिया पर पोस्ट में ट्रंप ने दावा किया कि भारत के साथ व्यापार पूरी तरह से एकतरफा आपदा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाई टैरिफ के कारण अमेरिका भारत को सामान नहीं बेच पाया है। उन्होंने लिखा,
...वे (भारत) हमें भारी मात्रा में सामान बेचते हैं। अमेरिका उनका सबसे बड़ा 'ग्राहक' है, लेकिन हम उन्हें बहुत कम सामान बेचते हैं। अब तक यह पूरी तरह से एकतरफा रिश्ता रहा है। यह कई दशकों से चला आ रहा है। इसकी वजह यह है कि भारत ने अब तक हमसे इतने ऊंचे टैरिफ वसूले हैं, किसी भी देश से ज्यादा कि हमारे व्यवसाय भारत में सामान नहीं बेच पा रहे हैं। यह पूरी तरह से एकतरफा आपदा रही है।
नई दिल्ली द्वारा पहले ही खारिज किए जा चुके दावे को दोहराते हुए ट्रंप ने कहा, "उन्होंने अब अपने टैरिफ को शून्य करने की पेशकश की है, लेकिन इसमें देर हो गई है। उन्हें ऐसा वर्षों पहले कर देना चाहिए था। लोगों को विचार करने के लिए बस कुछ सरल तथ्य।"
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात पर पहले 25% टैरिफ लगाया था। इसके बाद रूस से कच्चा तेल खरीदने की बात कह 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। इससे कुल टैरिफ 50% हो गया है। भारत ने रूस से तेल खरीद बंद करने से इनकार कर दिया है। इसपर ट्रंप ने कहा,
भारत अपना अधिकतर तेल और सैन्य सामान रूस से खरीदता है, अमेरिका से बहुत कम।
यह भी पढ़ें- क्या डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित न करना बना भारत संग विवाद की वजह? पढ़ें रिपोर्ट
गौरतलब है कि ट्रंप ने ये बातें ऐसे समय की हैं जब उन्हें और उनके प्रशासन को अमेरिका के भीतर और विदेशों में भारत के खिलाफ बहुत अधिक टैरिफ लगाने के चलते कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। विश्लेषकों ने कहा है कि ट्रंप अक्सर व्यक्तिगत नाराजगी और बदले की भावना से प्रेरित होकर फैसले लेते हैं। अमेरिकी निवेश बैंक जेफरीज ने कहा कि ये टैरिफ मुख्य रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव सुलझाने के प्रयासों से बाहर रखे जाने पर ट्रंप की व्यक्तिगत नाराजगी का नतीजा हैं। राजनीतिक टिप्पणीकार रिक सांचेज ने कहा कि ट्रंप ने बदले की भावना, द्वेष और अवैज्ञानिक सोच" के आधार पर काम करने की प्रवृत्ति दिखाई है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।