दुनियाभर के साइंटिस्ट इस बात को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि प्रियन की वजह से जांबी डियर बीमारी फैलने का खतरा बढ़ रहा है। यह दुनिया में नई तरह की महामारी का भी रूप ले सकता है।
Zombie Deer Disease. दुनियाभर के साइंटिस्ट इस बात को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि प्रियन की वजह से जांबी डियर बीमारी फैलने का खतरा बढ़ रहा है। यह दुनिया में नई तरह की महामारी का भी रूप ले सकता है। येलोस्टोन नेशनल पार्क व्योमिंग में पाए गए एक हिरण के शव में पिछले महीने प्रियन बीमारी पॉजिटीव पाई गई थी। सामान्य रूप से माना जाता है स्वस्थ मस्तिष्क प्रोटीन को प्रियन द्वारा असामान्य तरीके से डैमेज कर दिया जाता है। यह भी प्रोटीन का ही एक रूप होता है। इससे मनुष्यों और जानवरों दोनों में यह बीमारी पैदा करने की क्षमता है। ये अत्यधिक संक्रामक रोग है और संक्रमित मांस खाने से मनुष्यों में तेजी से फैल सकता है।
उत्तरी अमेरिका में तेजी से फैली बीमारी
हिरणों को प्रभावित करने वाली प्रियन बीमारी तेजी से उत्तरी अमेरिका में फैल रही है। इससे प्रभावित होकर जांबी की तरह चलने के कारण शोधकर्ताओं ने इसे जांबी डियर बीमारी का नाम दिया है। सीडब्ल्यूडी को लंबे समय से हिरणों पर प्रभाव डालने के लिए जाना जाता है। पिछले महीने येलोस्टोन में इसका पहला मामला सामने आया जिसने शोधकर्ताओं के बीच चिंता पैदा कर दी। यह घातक बीमारी किसी भी दिन मनुष्यों में फैल सकती है।
क्या हैं जांबी डियर बीमारी के लक्षण
सीडीसी के अनुसार इस प्रकार की प्रियन बीमारी में लड़खड़ाना, वजन कम होना, सुस्ती और अन्य न्यूरोलॉजिकल लक्षण दिखाई देते हैं। यह इंसानों को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है, जो डर का सबसे बड़ा कारण है। जहां तक हिरण या दूसरे जानवरों की बात है तो वे इंसानों से कम प्रभावित होते हैं क्योंकि उन्हें बीमारी का उतना डर नहीं होता। यह बीमारी फिलहाल उत्तरी अमेरिका, नॉर्वे, कनाडा और दक्षिण कोरिया के क्षेत्रों में दिख रहा है। इससे हिरन, रेनडियर, चूहे और एल्क जैसे जानवरों में प्रियन रोग पाया जा रहा है।
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