मंकीपॉक्स को WHO ने घोषित किया ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी, 75 देशों के 16 हजार लोगों में फैला यह रोग

विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने मंकीपॉक्स (Monkeypox) को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। मंकीपॉक्स अब तक 75 देशों में फैल चुका है। इसके 16 हजार से अधिक संक्रमित मिले हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 23, 2022 5:08 PM IST / Updated: Jul 23 2022, 10:42 PM IST

संयुक्त राष्ट्र। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने शनिवार को मंकीपॉक्स (Monkeypox) को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। WHO ने इसे अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बताया है। मंकीपॉक्स अब तक 75 देशों में फैल चुका है। इसके 16 हजार से अधिक संक्रमित मिले हैं। इसके चलते पांच मरीजों की मौत हुई है। 

WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने कहा कि मंकीपॉक्स दुनिया भर में तेजी से फैल गया है। यह नए तरीकों से फैल रहा है, जिसके बारे में हम बहुत कम समझते हैं। इसके चलते हमने मंकीपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। एक महीने पहले हमने अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों के तहत आपातकालीन समिति बुलाई थी ताकि यह आकलन किया जा सके कि मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का प्रतिनिधित्व करता है या नहीं।

75 देशों में फैल गया मंकीपॉक्स
WHO के महानिदेशक ने कहा कि उस समय मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों की संख्या 3040 थी और यह 47 देशों में फैला था। मंकीपॉक्स का प्रकोप तेजी से बढ़ा है। अब यह 75 देशों में फैल गया है। इसके 16,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। पांच मरीजों की मौत हुई है। दरअसल, मंकीपॉक्स का संक्रमण दशकों से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। इस बार यह बीमारी अमेरिका से लेकर यूरोप और एशिया तक फैल गई है।

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ये हैं मंकीपॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षणों में आमतौर पर तेज बुखार, लिम्फ नोड्स में सूजन, फफोले और चिकनपॉक्स जैसे दाने या घाव शामिल हैं। हाल के मामलों में मुंह या जननांगों पर चेचक जैसे दाने या घाव हो रहे हैं। मंकीपॉक्स वायरस शरीर के तरल पदार्थ, घावों या वायरस से दूषित कपड़ों और बिस्तर के संपर्क में आने से फैल सकता है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार कोरोना की तरह हवा से भी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है।

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