सार

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को असम में तीन रैलियां कर रहे हैं। ये रैलियां चिरांग और कामरूप जिले में हो रही हैं। बता दें कि असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण में 27 मार्च को वोटिंग हो चुकी है। दूसरे चरण में 1 अप्रैल को वोटिंग होगी। जबकि तीसरा और अंतिम चरण 6 अप्रैल को होगा।

गुवाहाटी, असम. भाजपा के लिए असम के चुनाव प्रतिष्ठा का विषय बने हुए हैं। यहां CAA एक बड़ा मुद्दा है। अगर भाजपा यहां वापसी करती है, तो उसकी ताकत बढ़ेगी। असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरण में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण में 27 मार्च को वोटिंग हो चुकी है। दूसरे चरण में 1 अप्रैल को वोटिंग होगी। जबकि तीसरा और अंतिम चरण 6 अप्रैल को होगा। तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को तीन रैलियां कर रहे हैं। ये रैलियां चिरांग और कामरूप जिले में हो रही हैं। बता दें कि पांच राज्यों तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, पुडुचेरी और असम में होने जा रहे विधानसभा चुनाव भाजपा और विपक्षी दलों के लिए एक बड़ी चुनौती हैं। ये चुनाव देश की राजनीति का भविष्य तय कर देंगे। 

अमित शाह ने कहा

  • घुसपैठ  के मुद्दे पर शाह ने कहा-एक 5 साल और दे दीजिए, असम में परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। सालों से असम के अंदर आतंकवाद होता था, गोलियां चलती थीं। युवा और पुलिसकर्मी मारे जाते थे। लेकिन कांग्रेस कुछ नहीं करती थी। उनको सब को लड़ाने में आनंद आता है। आपने पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार बनाई, 5 साल में हमने असम को आतंकवाद से मुक्त कर दिया।
  • राहुल बाबा असम में टूरिस्ट की तरह घूमते हैं। वे बदरुद्दीन अजमल को असम की पहचान बताते हैं, आप मुझे बताएं कि क्या अजमल असम की पहचान है या भूपेन हजारिका, उपेंद्र नाथ और शंकर देव? ब्लैक माउंटेन बदरुद्दीन अजमल असम की पहचान नहीं हो सकता है।
  • कल तो बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि सरकार की चाबी मेरे पास है, मैं जैसे चाहूंगा वैसे सरकार चलाऊंगा, जिसको चाहूंगा उसको मंत्री बनाऊंगा। अरे बदरुद्दीन, सरकार की चाबी आपके हाथ में नहीं है, असम की जनता के हाथ में चाबी है। कान खोलकर सुन लो बदरुद्दीन, असम को घुसपैठियों का अड्डा हम नहीं बनने देंगे। आपको उखाड़ कर फेंकने का काम भाजपा करेगी। 
    कांग्रेस कभी भी हिंसा, आतंकवाद और आन्दोलन समाप्त करना नहीं चाहती थी। हमने कहा था कि हम असम में हिंसा का युग समाप्त करके शांति स्थापित करेंगे। हमने बोडोलैंड समझौता किया है, और समझौते के तहत दो तिहाई वादे 6 महीने में पूरे कर दिए हैं।
    असम का गौरव गैंडों का काजीरंगा के जंगलों में घुसपैठिए शिकार करते थे। हमारी सरकार ने काजीरंगा की भूमि को घुसपैठियों से मुक्त कराकर गैंडों के शिकार को रोकने का काम किया है।
    मोदी जी ने असम के विकास के लिए ढेर सारे काम किए हैं। ब्रह्मपुत्र नदी पर 6 ब्रिज बनाए, तेल क्षेत्र के विकास के लिए 46 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। 
    हमने डबल इंजन सरकार के माध्यम से असम को विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है।
  • कामरूप जिला और हाजों के अंदर हमने 3,740 गरीबों के मकान बनाएं हैं, जिनमें 1,200 से ज्यादा माइनॉरिटी भाइयों के मकान हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 1,700 मकान बनाएं गए हैं। असम के हर गांव में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
    असम भारत का स्पोर्ट हब बनें, इसलिए 2038 के एशियाई खेलों के लिए गुवाहाटी को तैयार करने का काम किया जाएगा।
    हमने वादा किया है कि असम और नॉर्थईस्ट के बैंबू को कागज में और अन्य दूसरे उत्पादों में परिवर्तित करके असम की जनता को आत्मनिर्भर बनाने का काम करेंगे।
  • पांच साल से असम आंदोलन से मुक्त हो गया है। इसका कारण देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का मंत्र है। हमने 5 साल भ्रष्टाचार मुक्त शासन दिया। एक पारदर्शी सरकार चली। आज हमारे विरोधी भी हम पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकते।
  • असम के हर गांव में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। असम भारत का स्पोर्ट हब बनें, इसलिए 2038 के एशियाई खेलों के लिए गुवाहाटी को तैयार करने का काम किया जाएगा।
    हमने मेनिफेस्टो में वादा किया है कि असम और नॉर्थईस्ट के बैंबू को कागज में और अन्य दूसरे उत्पादों में परिवर्तित करके असम की जनता को आत्मनिर्भर बनाने का काम करेंगे।
  • अंदर ही अंदर लड़ाई लगाना उनका काम है। असम और बंगाल के लोगों के बीच झगड़ा लगाना, अपर और लोअर असम के बीच झगड़ा लगाना, बोडो और नॉन बोडो के बीच झगड़ा लगाना, ट्राइब और नॉन ट्राइब के बीच झगड़ा लगाना राहुल बाबा की पार्टी की पहचान है।
  • असम का फर्टिलाइजर का जो कारखाना बंद पड़ा है। वो भी एक साल के अंदर चलाकर, भारत सरकार के सहयोग से यहां रोजगार देंगे। हमने असम के विकास के लिए ढेर सारे काम किये हैं। ब्रह्मपुत्र पर बोगिबिल और भूपेन हजारिका सेतु जैसे 6 ब्रिज बनाए गए हैं।