सार
संख्या शास्त्र के अनुसार, इन चार तारीखों को जन्मे लोग जन्मजात प्रतिभाशाली होते हैं, धन और यश इनके पीछे-पीछे घूमता है।
संख्या शास्त्र के अनुसार, किसी भी महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को जन्मे लोगों का मूलांक 3 होता है। मूलांक 3 वाले लोगों की खास प्रवृत्ति यह होती है कि वे बुद्धि के धनी होते हैं और आमतौर पर शांत और संतुष्ट जीवन चाहते हैं। इस तरह के जीवन को पाने के लिए, वे हमेशा किसी भी काम को प्रतिबद्धता के साथ करते हैं।
मूलांक 3 का स्वामी ग्रह देवगुरु बृहस्पति है। संख्या शास्त्र में उन्हें धन और ज्ञान देने वाला बताया गया है। इस ग्रंथ के अनुसार, बृहस्पति ग्रह व्यक्ति के तर्क, बुद्धि, योजना, दूरदर्शिता, विवाह, पत्नी और बच्चों पर गहरा प्रभाव डालता है।
किसी भी महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को इस दुनिया में आने वाले लोग आत्मविश्वास से भरे होते हैं। वे अपने लक्ष्य निर्धारित करना तो पसंद करते ही हैं बल्कि उन्हें प्राप्त करने के लिए मेहनत भी करते हैं। वे केवल लोगों के साथ ही नहीं, बल्कि अपने दिमाग का इस्तेमाल करके और अच्छी योजना बनाकर मेहनत करते हैं।
मूलांक 3 के लोग बहुत बुद्धिमान और विद्वान होते हैं। ‘ज्ञान पिपासु’ शब्द जैसे उनके लिए ही बनाया गया है, क्योंकि उनमें ज्ञान प्राप्त करने की तीव्र इच्छा होती है। उनकी बुद्धिमत्ता अक्सर उन्हें महत्वाकांक्षी बना देती है। महत्वाकांक्षाएं भी छोटी-मोटी नहीं, बड़ी और ऊँची होती हैं।
कभी-कभी ये लोग अपने ज्ञान और बुद्धि के कारण घमंडी भी हो सकते हैं। कई बार ये लोग आलसी भी हो सकते हैं, अपनी आलस्य प्रवृत्ति के कारण वे अपनी प्रतिभा का पूरा उपयोग नहीं कर पाते हैं। पीला, लाल, नारंगी रंग इनके लिए शुभ होते हैं।
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