सार

संख्या शास्त्र के अनुसार, इन 3 तारीखों में जन्मे लोग खूब जमीन-जायदाद खरीदते हैं। मुश्किल समय में पहाड़ की तरह मजबूती से खड़े रहते हैं।
 

ये लोग अपनी खुद की ताकत से सफलता हासिल करते हैं और अंक ज्योतिष के अनुसार, इनका मूलांक 9 होता है। इस मूलांक के लोग मजबूत अंतर्ज्ञान रखते हैं, इसी वजह से ये सही फैसले ले पाते हैं। दरअसल, ये अपनी काबिलियत से अच्छी तरह वाकिफ होते हैं। इसलिए ये लोग अपने भरोसे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं। यही वजह है कि ये अपनी खुद की ताकत पर हर कामयाबी हासिल करते हैं।

अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक 9 का स्वामी ग्रह मंगल है, जिसे ग्रहों का सेनापति माना जाता है। इसलिए अंक 9 वाले लोग आमतौर पर कमांडिंग मोड में रहते हैं और टीम वर्क में सर्वश्रेष्ठ होते हैं। साथ ही, ये लोग बेहद मेहनती होते हैं और सफलता पाने के लिए लगातार प्रयास करते रहते हैं। अंक ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक, किसी भी महीने की 9, 18 और 27 तारीख को इस दुनिया में आए लोगों का मूलांक 9 होता है। इन तारीखों में जन्मे लोग ज्यादा धैर्यवान और स्थिर होते हैं। अपने जज्बे के बल पर ये लोग लंबे समय तक एक काम पर फोकस कर सकते हैं। यही उनकी सफलता का कारण है।

अंक ज्योतिष के अनुसार, अपने स्वामी ग्रह मंगल के कारण अंक 9 के लोग बहुत मजबूत इच्छाशक्ति वाले और दृढ़ निश्चयी होते हैं। ये मुश्किलों को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हैं और जब तक मुश्किल की चट्टान टुकड़े-टुकड़े न हो जाए, तब तक उससे पार पाने की कोशिश करते रहते हैं। इन्हीं स्वभाव के कारण लोग मुश्किल समय में इन्हें पहाड़ जैसा मजबूत मानते हैं।

अपनी खुद की ताकत से आप पाते हैं हर कामयाबी!

9 अंक वाले लोग अपनी मेहनत और लगन से हर मुकाम हासिल करते देखे गए हैं। ये अपनी खुद की ताकत से ही सफलता के शिखर पर पहुंचते हैं। अंक ज्योतिष के अनुसार, इसके पीछे वजह ये है कि 9वीं, 19वीं और 27वीं, इन 3 तारीखों में जन्मे लोग आत्मनिर्भर होते हैं।

ये लोग बनाते हैं खूब जमीन-जायदाद

अंक ज्योतिष के अनुसार, मूलांक 9 का स्वामी ग्रह मंगल चल और अचल संपत्ति का कारक ग्रह है। ये भूमि और मकान जैसी संपत्तियों के स्वामी और देने वाले ग्रह हैं। यही वजह है कि 9 अंक वाले लोग बड़े वाहन, जमीन, मकान और दुकानों की खरीद-फरोख्त के व्यापार में खूब पैसा कमाते हैं।

इनकी कमियां

कोई भी इंसान कभी भी सिर्फ अच्छे गुणों वाला नहीं होता, क्योंकि हर व्यक्ति में कुछ बुराइयां या कमियां जरूर होती हैं। स्वामी ग्रह यानी मंगल देव के प्रभाव के कारण 9 अंक वाले लोग थोड़े गुस्सैल स्वभाव के होते हैं और ये जल्दी और उग्र रूप से क्रोधित हो जाते हैं। कई बार गुस्से में इनकी भाषा अभद्र या अश्लील हो जाती है, ऐसा देखा गया है।

इन बातों से बचना जरूरी

लेकिन इस मूलांक के लोगों का आत्मविश्वास कई बार इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि ये दूसरों की भावनाओं को समझ नहीं पाते, इस बात का ध्यान रखें। दूसरी खास बात ये है कि ये लोग अकेले रहना पसंद नहीं करते, इसलिए कई बार ये गलत लोगों के साथ संबंध बना लेते हैं।