6 अक्टूबर, शुक्रवार को अष्टमी तिथि का श्राद्ध किया जाएगा। इस तिथि पर जीवित्पुत्रिका व्रत और महालक्ष्मी पूजन की भी परंपरा है। शुक्रवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से पद्म योग बनेगा। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि, परिघ और शिव नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
5 अक्टूबर, गुरुवार को पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से मृत्यु और इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से काण नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन व्यातीपात और परियान नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 01:43 से 03:11 तक रहेगा।
5 अक्टूबर, गुरुवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से मृत्यु और आर्द्रा नक्षत्र होने से काण नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन व्यातीपात और परियान नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। गुरुवार को चंद्रमा वृषभ राशि से निकलकर मिथुन में प्रवेश करेगा।
Aaj Ka Panchang: 4 अक्टूबर, बुधवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
4 अक्टूबर, बुधवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। इस दिन राहुकाल दोपहर 12:15 से 01:43 तक रहेगा।
Mangal Gochar 2023: हमारे सौर मंडल में स्थित नवग्रहों में से मंगल भी एक हैं। इन्हें सौर मंडल का सेनापति भी कहा जाता है। ये ग्रह 3 अक्टूबर, मंगलवार को राशि परिवर्तन करने वाला है, जिसका असर सभी राशि के लोगों पर दिखाई देगा।
aaj ka rashifal: 3 अक्टूबर, मंगलवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से गद और इसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से मातंग नाम के 2 योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
October 2023 Rashifal: साल 2023 का दसवां महीना अक्टूबर शुरू हो चुका है। इस महीने में कई छोटे-बड़े ग्रह अलग-अलग समय पर राशि बदलेंगे, जिसका असर सभी 12 राशियों के लोगों पर दिखाई देगा।
1 अक्टूबर, रविवार को आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया और तृतीया तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन राहुकाल दोपहर 4:42 से शाम 6:11 तक रहेगा। रविवार को बुध ग्रह सिंह से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेगा, जिससे बुधादित्य नाम का शुभ योग बनेगा।
Budh Gochar October 2023: ज्योतिष शास्त्र में बुध को सौर मंडल का राजकुमार कहा गया है। ये ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है। ये ग्रह जब भी राशि बदलता है तो सभी 12 राशि के लोगों पर इसका असर दिखाई देता है।