Aaj Ka Panchang: 3 फरवरी, शुक्रवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से लुंब नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा विषकुंभ और प्रीति नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 11:18 से दोपहर 12:40 से तक रहेगा।
अंक ज्योतिष के माध्यम से किसी भी व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान के बारे में जाना जा सकता है। अंक ज्योतिष में सभी गणनाएं डेट ऑफ बर्थ के अनुसार की जाती है। अंक ज्योतिष को अकं शास्त्र और अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी कहते हैं।
आज ( 3 फरवरी, शुक्रवार) माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि का संयोग बन रहा है। शुक्रवार को पुनर्वसु नक्षत्र होने से लुंब नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा विषकुंभ और प्रीति नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Budh Transit February 2023: साल 2023 का दूसरा महीना फरवरी शुरू हो चुका है। इस महीन में 4 ग्रह राशि बदलेंगे। सबसे पहला राशि परिवर्तन बुध ग्रह करेगा। ये ग्रह 7 फरवरी को धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेगा। इसका असर सभी राशियों पर होगा।
Aaj Ka Panchang: 2 फरवरी, गुरुवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य अशुभ योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:03 से 03:25 तक रहेगा।
अंकों के बिना हमारा जीवन अधूरा है। लाइफ के हर क्षेत्र में अंकों का अलग-अलग महत्व है। अंक शास्त्र के अनुसार, हर अंक का एक विशेष ग्रह प्रतिनिधित्व करता है। अंक शास्त्र से माध्यम से किसी भी भविष्य के बारे में जाना जा सकता है।
Aaj Ka Rashifal: आज (2 फरवरी, गुरुवार) माघ मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन भीष्म द्वादशी और गुरु प्रदोष का व्रत किया जाएगा। गुरुवार को आर्द्रा नक्षत्र पूरे दिन रहेगा।
Ank Rashifal February 2023: वर्तमान में अंक ज्योतिष भी काफी प्रचलन में है। कहीं न कहीं इस पर वैदिक ज्योतिष का असर भी देखने को मिलता है। इसका मुख्य आधार जन्म तारीख यानी डेट ऑफ बर्थ होती है। इसे अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
Aaj Ka Panchang: 1 फरवरी, बुधवार को मृगशिरा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा इंद्र, वैधृति और सर्वार्थसिद्धि नाम के 3 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:40 से 2:02 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष को अंक शास्त्र और न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं। वैसे तो इसे पाश्चात्य विधा माना जाता है लेकिन इस पर वैदिक ज्योतिष का प्रभाव भी देखने को मिलता है। इसमें जन्म तिथि ही मुख्य आधार है, जिसी गणना कर मूलांक, नामांक आदि निकाले जाते हैं।