अंक शास्त्र के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन ये कैसे काम करता है, इसके बारे में कम ही लोगों को पता है। अंक शास्त्र पूरी तरह से डेट ऑफ बर्थ पर आधारित है। जन्म तारीख से ही मूलांक, जन्मांक आदि निकाले जाते हैं और गणना की जाती है।
आज (22 फरवरी, बुधवार) फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि है। बुधवार को उत्तराभाद्रपद नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। बुधवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा साध्य और शुभ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Aaj Ka Panchang: 21 फरवरी, मंगलवार को पहले शतभिषा नक्षत्र होने से मृत्यु और इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से काण नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बनेंगे। इनके अलावा सिद्ध और त्रिपुष्कर नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक ज्योतिष भी ज्योतिष विज्ञान की एक शाखा है। इसमें अंकों के आधार पर लोगों के भविष्य के बारे में बताया जाता है। 1 से लेकर 9 अंक तक सभी किसी न किसी ग्रह से संबंधित हैं। अंक ज्योतिष को अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
आज (21 फरवरी, मंगलवार) फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा और द्वितिया तिथि का संयोग बन रहा है। मंगलवार को पहले शतभिषा नक्षत्र होने से मृत्यु और इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से काण नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बनेंगे।
Aaj Ka Panchang: 20 फरवरी, सोमवार को पहले धनिष्ठा नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे। इनके अलावा परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
वर्तमान में भविष्य जानने की कई विधाएं प्रचलित हैं, इनमें से अंक शास्त्र भी एक है। अंक शास्त्र वैसे तो काफी पुराना है, लेकिन पिछले कुछ समय से ज्यादा प्रचलन में आया है। इसका मुख्य आधार डेट ऑफ बर्थ यानी जन्म तारीख है।
आज (20 फरवरी, सोमवार) फाल्गुन मास की अमावस्या है। सोमवार को अमावस्या होने से ये सोमवती अमावस्या कहलाएगी। सोमवार को पहले धनिष्ठा नक्षत्र होने से शुभ और इसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से अमृत नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे।
Ujjain News: भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि पर इतिहास रचा गया। इस दिन शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम के अंतर्गत शिप्रा तट पर एक साथ 18 लाख से अधिक दीपक जलाए गए, जो एक विश्व रिकार्ड है।
आजकल टैरो कार्ड्स से भविष्य जानने का चलन भी बढ़ता जा रहा है। टैरो कार्ड्स में ताश की पत्तों की तरह ही एक सेट होता है, जिसे डेक कहते हैं। इसमें कुल 78 पत्ते होते हैं, जिन्हें मेजर और माइनर अर्काना में बांटा जाता है।