27 मार्च, सोमवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाएगी। सोमवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का 2 शुभ योग बनेंगे।
आने वाला सप्ताह मार्च का अंतिम सप्ताह है। इस सप्ताह में लव लाइफ पर असर डालने वाल शुक्र ग्रह पूरे समय मेष राशि में राहु के साथ रहेगा। सप्ताह के अंत में इस राशि में बुध भी प्रवेश कर जाएगा। इसका असर सभी राशियों पर होगा।
Weekly Horoscope March 2023: मार्च 2023 के अंतिम सप्ताह में चैत्र नवरात्रि का समापन होगा और राम नवमी का पर्व भी मनाया जाएगा। इस सप्ताह में चंद्रमा के अलावा सिर्फ बुध ग्रह राशि परिवर्तन करेगा।
26 मार्च, रविवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग और इसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से धाता नाम का शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन प्रीति और आयुष्मान नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 5:05 से 6:36 तक रहेगा।
26 मार्च, रविवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन देवी स्कंदमाता की पूजा की जाएगी। रविवार को पहले कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग और इसके बाद रोहिणी नक्षत्र होने से धाता नाम का शुभ योग बनेंगे।
25 मार्च, शनिवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से ध्वांक्ष और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से केतु नाम के 2 योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन विषकुंभ और प्रीति नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:31 से 11:02 तक रहेगा।
Aaj Ka Rashifal: 25 मार्च, शुक्रवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। ये चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन है, इस दिन देवी कूष्मांडा की पूजा की जाएगी। साथ ही इस दिन विनायकी चतुर्थी का व्रत भी किया जाएगा।
Budh Gochar 2023: 31 मार्च को बुध ग्रह मीन से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेगा। बुध के राशि परिवर्तन का असर सभी 12 राशियों पर किसी न किसी रूप में देखने को मिलेगा। बुध के राशि परिवर्तन से मेष राशि में त्रिग्रही योग बनेगा।
Aaj Ka Panchang: 24 मार्च, शुक्रवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से वज्र और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 11:02 से दोपहर 12:33 तक रहेगा।
आज 24 मार्च, शुक्रवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि रहेगी। इस दिन गणगौर तीज का व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से वज्र और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 योग बनेंगे।