ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की युति का बड़ा महत्व होता है। दो ग्रह जब एक ही राशि में एक अंश पर आ जाएं तो इसे युति कहा जाता है। कुछ ग्रहों की युति शुभ फल प्रदान करती है तो कुछ अशुभ। ग्रहों की युति का प्रभाव उस दौरान किए गए कामों को भी प्रभावित करता है।
धर्म ग्रंथों में माघ मास की पूर्णिमा (Maghi Purnima 2022) का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ये पूर्णिमा 16 फरवरी, बुधवार को है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस तिथि के स्वामी चंद्र देव हैं। चंद्र व्यापार और धन का कारक ग्रह है।
13 फरवरी, रविवार की सुबह सूर्य राशि बदलकर मकर से कुंभ राशि में आ चुका है। इस राशि में ये ग्रह 14 मार्च, सोमवार तक रहेगा। कुंभ राशि में पूर्व से ही देवगुरु बृहस्पति स्थित है। इन दोनों ग्रहों की युति एक माह तक रहेगी।
सौरमंडल का राजा सूर्य 13 फरवरी, रविवार से राशि बदलकर मकर से कुंभ में आ चुका है। सूर्य के राशि परिवर्तन का असर सभी लोगों पर अलग-अलग रूप से देखने को मिलेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य 14 मार्च तक कुंभ राशि में ही रहेगा।
ज्योतिष शास्त्र में कुछ नक्षत्रों को बहुत ही शुभ माना गया है। इन सभी में पुष्य (Pushya Nakshatra) का सबसे अधिक महत्व है। फरवरी के तीसरे सप्ताह में एक नहीं बल्कि दो दिन पुष्य नक्षत्र का शुभ योग बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार, 14 फरवरी को सोम पुष्य और 15 को मंगल पुष्य का संयोग बन रहा है। ये दोनों ही दिन खरीदारी के लिए बहुत शुभ रहेंगे।
आज (14 फरवरी, सोमवार) वैलेंटाइन डे (Valentine's Day 2022) है। ये प्रेमियों का दिन कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इस दिन प्रेमी जोड़े और विवाहित युगल एक-दूसरे को उपहार देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं।
माघ मास की पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा (Maghi Purnima 2022) कहते हैं। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ये तिथि 16 फरवरी, बुधवार को है। पुराणों में इस तिथि के बारे में बताया गया है कि माघी पूर्णिमा पर भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं।
हिंदू धर्म में हर मांगलिक कार्य शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है। शुभ मुहूर्त पंचांग के आधार पर निकाला जाता है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है।
प्रेमी युगल को सबसे ज्यादा इंतजार 14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे (Valentine's Day 2022) का रहता है। क्योंकि इस दिन वे अपने प्यार का इजहार करते हैं। प्रेमियों के साथ-साथ विवाहित युगल भी एक-दूसरे को गिफ्ट देकर अपने प्रेम का प्रदर्शन करते हैं।
13 फरवरी, रविवार को सूर्य मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य के कुंभ राशि में प्रवेश करने को कुंभ संक्रांति कहा जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार, कुंभ लग्न में संक्रांति (Kumbh Sankranti 2022) का पुण्यकाल होना शुभ रहेगा।