प्रशासन ने मेले का क्षेत्रफल पिछले साल की तुलना में 500 बीघा बढ़ाकर ढाई हजार क्षेत्रफल कर दिया है। साथ ही भिछुकों को हटाने के लिए भिक्षुक निरोधक दस्ते का गठन किया है। प्रशासन को अंदेशा है कि भिखारियों के भेष में अराजकतत्व मेले में आ सकते हैं। इसके अलावा प्रमुख स्नान पर्वों पर ही समय सारिणी से ही स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना है।