7 october 2022 Rashifal: आज (7 अक्टूबर, शुक्रवार) आश्विन मास की त्रयोदशी तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन शतभिषा और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से सौम्य और ध्वांक्ष नाम के योग बनेंगे। साथ ही गण्ड और वृद्धि नाम का एक अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
7 october 2022 Numerology Rashifal: अंक ज्योतिष यानी अंक शास्त्र के माध्यम से भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में पता लगाने का प्रयास किया जाता है। इस विधा को न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं। ये विधा पश्चिमी देशों में बहुत लोकप्रिय है।
आज (8 अक्टूबर, शनिवार) आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि रहेगी। शनिवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से कालदण्ड और उत्तराभाद्रपद नक्षत्र होने से धूम्र नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
अंक शास्त्र ज्योतिष की ही एक विधा है। इसमें जन्म तारीख को जोड़कर कुछ खास अंक निकाले जाते हैं, जिसके आधार पर व्यक्ति के नेचर और फ्यूचर के बारे में संभावित अनुमान लगाया जाता है। अंक शास्त्र को न्यूमरोलॉजी भी कहा जाता है।
आज (9 अक्टूबर, रविवार) आश्विन मास की पूर्णिमा है। इसे शरद पूर्णिमा कहते हैं। रविवार को पहले उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सुस्थिर और रेवती नक्षत्र होने से वर्धमान नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा ध्रुव और व्याघात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
अंक ज्योतिष में अंकों की मदद से व्यक्ति के भविष्य के बारे में जानकारी दी जाती है। हिंदी में इस विद्या को अंक शास्त्र और अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी कहते हैं। अंक ज्योतिष जन्म तारीख से जुड़ा हुआ है।
10 अक्टूबर, सोमवार को पहले रेवती नक्षत्र होने से मातंग और अश्विनी नक्षत्र होने से राक्षस नाम के 2 योग इस दिन बन रहे हैं। इनके अलावा व्याघात और हर्षण नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 07:52 से 09:19 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष में मूलांक में मुख्य रूप से अंकों का प्रयोग तीन तरीके से किया जाता है, मूलांक, जन्मांक और भाग्यांक। अंक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का मिलान सभी नौ ग्रहों, बारह राशियां और 27 नक्षत्रों के आधार पर किया जाता है।
आज (11 अक्टूबर, मंगलवार) कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि है। मंगलवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और उसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
11 october 2022 Numerology Rashifal: न्यूमरोलॉजी यानी अंक शास्त्र में गणित के कुछ नियमों का प्रयोग कर व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं का आंकलन कर भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में भविष्यवाणी की जाती है।