Dheerendra Gopal

बीएससी (जीव विज्ञान), एमजेएमसी करने के साथ अमर उजाला से करियर की शुरूआत की। पत्रकारिता करियर के 12+ साल अमर उजाला, हिंदुस्तान, राजस्थान पत्रिका और पत्रिका टीवी जैसे कई प्रतिष्ठित मीडिया हाउस में काम किया। अभी एशियानेट न्यूज नेटवर्क के साथ जुड़ा हुआ हूं।
  • All
  • 6057 NEWS
  • 262 PHOTOS
  • 13 VIDEOS
6332 Stories by Dheerendra Gopal

शर्मनाक: चीन में कोरोना संक्रमण से लाशों का लगा है अंबार, नाकामी छुपाने के लिए डेली डेटा जारी नहीं करेगी सरकार

China worse condition due to Covid: दुनिया के देशों के लिए चुनौती बना चीन अपने ही देश में पस्त नजर आ रहा है। हालांकि, लगातार मर रहे अपने नागरिकों की परवाह से अधिक वह अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए मरा जा रहा है। बेचैन शी जिनपिंग सरकार ने अब ऐलान किया है कि कोरोना अपडेट अब जारी नहीं किया जाएगा। यानी रोज-ब-रोज कोविड पॉजिटिव केसों व मौतों आदि का डिटेल जारी नहीं करेगा। उधर, चीन में हालात इतने बदतर हुए हैं कि हर ओर मौत का मातम पसरा हुआ है। लोग अपने-अपनों की चिंता करने की बजाय केवल अपनी जान की परवाह के लिए भागे-भागे फिर रहे हैं। स्कूल, आस्था वाले जगह, सरकारी दफ्तरों को कई प्रांतों में लाशों को रखने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। 

न्यू ईयर की रात दिल्ली की सड़क पर चीखती रही युवती, पुलिस को हुए 20 काल no रिस्पांस...पढ़िए हैरान करने वाला सच

Kanjhawala case: दिल्ली में 20 साल की युवती की स्कूटी को टक्कर और उसे 12 किलोमीटर तक घसीटे जाने की घटना को लेकर दिल्ली की स्पेशल कमिश्नर जांच करेंगी। अमित शाह के निर्देश पर गृहमंत्रालय के हरकत में आने के बाद हाईलेवल कमेटी का दिल्ली पुलिस ने गठन किया है। हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अगर दिल्ली पुलिस ने थोड़ी एक्टिवनेस दिखाई होती तो शायद युवती की जान भी बच जाती और उसी वक्त आरोपी भी पकड़े जाते। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस घटना के चश्मदीद एक व्यक्ति दिल्ली पुलिस को कम से कम 20 कॉल इस घटना को लेकर किया है लेकिन कभी कॉल नहीं उठा तो कभी पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। चश्मदीद ने पुलिस को कॉल करने के दौरान काफी दूर तक कार का पीछा भी किया।
 

दुनिया की सबसे खूंखार प्राइवेट सेना को ऑपरेट करता है राष्ट्रपति पुतिन का पूर्व रसोइया, जाने कैसे होती भर्ती?

World's most dangerous Private army: दुनिया के देशों के पास एक से बड़ी एक ताकतवर सेनाएं हैं लेकिन रूस ऐसा देश है जिसके पास एक खूंखार प्राइवेट आर्मी भी है। यह आर्मी, रूसी सेना के पैरलल है। दुनिया की इस खूंखार आर्मी के जवान यूक्रेन युद्ध में बड़े ही बर्बर तरीके से हिस्सा लिए। हैरत की बात यह कि इस प्राइवेट आर्मी को विभिन्न टुकड़ियों में बांटकर टारगेट दिया गया था। काम पूरा होने के बाद बाकायदा इनको सम्मानित कर वापस सामान्य जीवन में भेजा भी गया। आईए जानते हैं कौन है इस प्राइवेट आर्मी का कर्ताधर्ता और क्यों इसको रूस ने दे रखी है मान्यता...