लखनऊ में एक बेटे पर अपनी मां की हत्या का आरोप लगा है। कथिततौर पर पबजी खेल के चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया। हालांकि बेटे की ओर से पुलिस को बताई गई कहानी में एक नया किरदार निकलकर सामने आ रहा है।
कानपुर के चंद्रेश्वर हाते से लोगों का पलायन लगातार जारी है। इस बीच वहां रहने वाले बच्चे और महिलाएं घरों में कैद होकर रह गए हैं। मौजूदा हालात में उनके चेहरों पर डर का माहौल साफतौर पर देखा जा सकता है।
कानपुर में बन रहा भाभा कवच असम पुलिस और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों को दुश्मनों की गोली से बचाएगा। ओईएफ से अभी 164 भाभा कवच को खरीदा गया है और असम पुलिस के अधिकारी इसे लेने के लिए पहुंचे हैं।
कानपुर हिंसा मामले में पीएफआई कनेक्शन सामने आया है। पुलिस ने मामले में सीडीआर और व्हाट्सऐप चैट की छानबीन कर कई खुलासे किए हैं। मामले को लेकर आगे भी पड़ताल की जा रही है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जब 20 साल के थे तो उन्होंने राजनीति में एंट्री को लेकर सोचा भी नहीं था। उनकी मां और पिता चाहते थे कि वह एमएससी करने के बाद सरकारी नौकरी करें। जबकि उनके बहनोई उन्हें वामपंथी संगठन से जोड़ना चाहते थे।
योगी आदित्यनाथ का जन्मदिवस 5 जून को मनाया जा रहा है। दूसरी बार यूपी का सीएम बनने के बाद उनका कद पहले भी ज्यादा ऊंचा हो गया है। उनके जन्मदिवस को लेकर कार्यकर्ता तरह तरह के आयोजन कर रहे हैं।
कलेक्ट्रेट के बराबर उद्यान विभाग की भूमि जवाहर बाग पर 15 मार्च 2014 को कुछ लोग सिर्फ दो दिन के सत्याग्रह के नाम पर ही आए थे। इन लोगों की मांग नागरिकता और संविधान बदलने की थी। इसी के साथ वह एक रुपए में 60 लीटर डीजल, पेट्रोल की मांग कर रहे थे।
मथुरा के जवाहरबाग कांड को याद कर आज भी लोग सहम जाते हैं। महज दो दिन के सत्याग्रह पर आए लोगों ने 2 साल के जमावड़े के बाद यहां जो कुछ भी किया उसमें 2 पुलिसकर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी इसी के साथ कई लोग घायल हुए थे।
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या दौरे को लेकर अपने नाम एक रिकॉर्ड कायम कर लिया है। वह अभी तक बतौर मुख्यमंत्री तकरीबन 44 बार रामनगरी पहुंच चुके हैं। पहले कार्यकाल में वह 42 बार अयोध्या गए थे।
अयोध्या के इतिहास में 1 जून 2022 बुधवार का दिन काफी अहम है। इस दिन ही गर्भगृह के निर्माण के लिए पहली शिला रखी जा रही है। सीएम योगी इसके लिए खुद वहां पहुंचे हुए हैं।