3 अगस्त गुरुवार को पहले धनिष्ठा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग और इसके बाद शतभिषा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग रहेगा। इनके अलावा सौभाग्य और शोभन नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:10 से 03:48 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष के माध्यम से भी भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में जाना जा सकता है। अंक ज्योतिष के अनुसार, 1 से लेकर 9 अंक तक सभी किसी न किसी ग्रह से संबंधित हैं। इसलिए इन मूलांक वाले लोगों पर ग्रहों का प्रभाव देखा जा सकता है।
2 अगस्त, बुधवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से छत्र और इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:33 से 2:10 तक रहेगा।
2 अगस्त, बुधवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से छत्र और इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
हिंदू धर्म में कई तरह की मान्यताएं हैं, इनमें से कुछ धार्मिक हैं, कुछ वैज्ञानिक तो कुछ मनोवैज्ञानिक। ऐसी ही कुछ मान्यताएं विवाहित महिलाओं से भी जुड़ी हैं। इसके अनुसार शादीशुदा महिलाओं को कुछ खास चीजें किसी से भी शेयर नहीं करना चाहिए।
August 2023 Festival: साल 2023 का आठवां महीना अगस्त शुरू हो चुका है। धार्मिक दृष्टिकोण से ये महीना बहुत खास रहेगा। इस महीने में सावन का अधिक मास 16 अगस्त तक रहेगा और इसके बाद सावन मास 31 अगस्त तक।
Adhik Maas 2023 Upay: पंचांग के अनुसार, अधिक मास हर 3 साल में आता है। इसका धार्मिक महत्व कई ग्रंथों में बताया गया है। इस महीने में आने वाली पूर्णिमा तिथि भी बहुत शुभ मानी गई है। इस बार ये तिथि 1 अगस्त, मंगलवार को है।
Mangala Gauri Vrat 2023: 1 अगस्त, मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाएगा। ये इस बार का पाचंवा मंगला गौरी व्रत रहेगा। इस दिन कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते इसका महत्व और भी ज्यादा हो गया है। इस व्रत के प्रभाव से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
अंक ज्योतिष का महत्व भी ज्योतिष की अन्य विधाओं की तरह ही है। समय के साथ इसका महत्व और भी बढ़ता जा रहा है। इसमें 78 पत्तों का एक सेट होता है, जिस पर कई रहस्यमी चिह्न बने होते हैं। इन्हीं के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है।
1 अगस्त, मंगलवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से पद्म नाम का शुभ योग और इसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग बनेगा। प्रीति और आयुष्मान नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…