Halharini Amavasya 2023: 18 जून, रविवार को आषाढ़ मास की अमावस्या है। इसे हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। इस दिन किसान अपने हल और कृषि उपकरणों की पूजा विशेष रूप से करते हैं। इस दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
18 जून, रविवार को पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन गण्ड और वृद्धि नाम 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 5:30 से 7:10 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष का अलग महत्व है। ये सीधे तौर पर वैदिक ज्योतिष से संबंधित है। अंक ज्योतिष के अनुसार 1 से लेकर 9 तक सभी अंक किसी न किसी ग्रहों से संबंधित है। अंक ज्योतिष को ही अंक शास्त्र और न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
18 जून को आषाढ़ अमावस्या का स्नान-दान किया जाएगा। इस दिन सौम्य, ध्वांक्ष, गण्ड और वृद्धि नाम 4 योग बनेंगे। रविवार को चंद्रमा मिथुन राशि में, सूर्य मिथुन राशि में, गुरु और राहु मेष राशि में रहेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
Jagannath Rath Yatra: हर साल आषाढ़ मास में उड़ीसा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा निकाली जाती है। इस रथयात्रा को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश भी लोग यहां आते हैं। इस बार ये रथयात्रा 20 जून, बुधवार से शुरू होगी।
chanakya Niti: आचार्य चाणक्य भारत के बहुत बड़े विद्वानों में से एक थे। उन्होंने लाइफ मैनेजमेंट के ऊपर कई ग्रंथ भी लिखे। आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति में उन 4 कामों के बारे में बताया है जिनमें महिलाएं पुरुषों से कहीं आगे होती हैं।
fathers day 2023: इस बार फादर्स डे 18 जून, रविवार को है। इस दिन लोग पिता के प्रति अपना अपना प्रेम और सम्मान प्रकट करते हैं। वैसे तो फादर्स डे मनाने का चलन पश्चिमी देशों में हैं, लेकिन भारत में भी इसका चलन बढ़ता जा रहा है।
Shani Upay: शनि ग्रह 18 जून, रविवार से वक्री (Shani Vakri 2023) हो जाएगा यानी टेढ़ी चाल चलने लगेगा। ऐसा होने से कुछ राशि वालों के जीवन में अचानक परेशानियों का सैलाब आ जाएगा। कुछ आसान उपाय करने से शनिदेव के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है।
Adipurush Movie Blunder: फिल्म आदिपुरुष रिलीज होने के साथ ही लोगों के निशान पर आ गई है। फिल्म के डायलॉग के साथ इसके कुछ दृश्यों को लेकर भी इसे ट्रोल किया जा रहा है। फिल्म में कई ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं, जिनका धर्म ग्रंथों से कोई लेने-देना नहीं है।
अंक ज्योतिष से भी आने वाले भविष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। अंक ज्योतिष को ही अंक शास्त्र और न्यूमरोलॉजी कहते हैं। इस विधा का प्रचार-प्रसार काफी तेजी से हो रहा है, जिससे ये लोकप्रिय होती जा रही है।